गौतम सरकार/कांकेर: छत्तीसगढ़ के कोटलभट्टी गांव में एक दुर्लभ प्रजाति के जीव का शावक मिला है. दुर्लभ प्रजाति के इस जीव को हनी बैजर कहा जाता है.
मंगलवार देर रात एक किसान को सड़क किनारे हनी बैजर मिला था. वन विभाग ने इस जीव को अपने कब्जे में लिया है.
यह जीव काफी ताकतवर होता है और शेर से भी भिड़ जाता है. इसका कारण है कि इसके दांत और नाखून काफी तीखे और पैने होते हैं.
ब्लैक एंड व्हाइट हनी बैजर को विलुप्तप्राय माना जाता है. फिलहाल वन विभाग के कर्मचारी इसकी देखरेख में जुटे हैं.
कांकेर का कोटलभट्टी के जंगल का इलाका कांकेर, कोंडागांव और धमतरी जिला के अंतर्गत आता है. बपास में सीतानदी अभ्यारण्य होने से उधर से ही इस जानवर के आने की संभावना जताई जा रही है.
बता दें कि हनी बैजर प्रजाति सभी बैजर से ज्यादा निडर और शातिर होती है. हनी बैजर अपना घर नहीं बनाता है, यह तो सियार और लोमड़ी के घरों पर कब्जा करता है. इसके पैरों पर नुकीले और मजबूत नाखून होते हैं, जिसकी मदद से ये 20 से 30 फीट की सुरंग तक खोद सकता है. इसीलिए इस जानवर से सभी डरते हैं.
ट्रेन्डिंग फोटोज़