राजधानी भोपाल bhopal में कल NIA ने दो आतंकियों को गिरफ्तार किया था. वहीं अब इस मामले में गृहमंत्री नरोत्तम मिश्रा narottam mishra ने बड़ा बयान दिया है. उन्होंने कहा कि अभी 6 संदिग्धों पर और नजर बनी हुई है, इसके अलावा स्वतंत्रता दिवस Independence day पर इस बार 360 कैदियों के रिहा होने की जानकारी भी उन्होंने दी.
Trending Photos
आकाश द्विवेदी/भोपाल। राजधानी भोपाल bhopal में कल मध्यप्रदेश में जमात-ए-मुजाहिदीन बांग्लादेश JMB केस में बड़ी कार्रवाई हुई थी, एनआईए NIA ने भोपाल से कल दो आतंकियों को गिरफ्तार किया था. दोनों पर जिहादी गतिविधियों को अंजाम देने के आरोप है. इन आतंकियों की गिरफ्तारी पर गृहमंत्री नरोत्तम मिश्रा narottam mishra ने बड़ा बयान दिया है. उनका कहना है कि अभी कई संदिग्धों पर और नजर बनी है.
6 संदिग्धों अभी भी निगरानी है
गृहमंत्री नरोत्तम मिश्रा ने कहा कि जेएमबी के 2 आतंकवादियों की गिरफ्तारी कल हुई है, जबकि 6 संदिग्धों पर अभी भी निगरानी चल रही है. उन्होंने कहा कि एमपी में किसी भी स्लीपर सेल को स्लीप करने की अनुमति नहीं है, हमारे अधिकारियों और पुलिस का केंद्रीय पुलिस बल के साथ बहुत अच्छा तालमेल बना हुआ है. यहां पर कोई स्लीपर स्लीप नहीं कर सकता है. मार्च में जो 7 आतंकी पकड़े गए थे तभी से ये रडार पर थे.
गृह मंत्री नरोत्तम मिश्रा ने कहा लॉकडाउन में जो लोग बाहर से आए थ, उन पर निगरानी की जा रही है 6 संदिग्ध लोग अभी भी निगरानी पर हैं. आगे भी कार्रवाई जारी रहेगी, पुलिस और जांच एजेंसियां पूरी तरह से अलर्ट हैं.
स्वतंत्रता दिवस पर 360 कैदी होंगे रिहा
वहीं इस बार स्वतंत्रता दिवस पर प्रदेश के 360 कैदी रिहा होंगे. नरोत्तम मिश्रा ने बताया कि स्वतंत्रता दिवस के दिन एमपी में आजीवन सजा काट रहे 360 कैदी रिहा होंगे आजादी के अमृत महोत्सव के तहत केंद्र सरकार के गृह मंत्रालय गाइडलाइन जारी के अनुसार 151 कैदी रिहा होंगे. जबकि राज्य सरकार की तरफ से 251 कैदियों की सजा माफ करने का निर्णय लिया गया है. हालांकि इन कैदियों में कोई भी गंभीर अपराध करने वाले कैदी शामिल नहीं होंगे.
कमलनाथ पर साधा निशाना
वहीं कांग्रेस की तिरंगा यात्रा और आदिवासी दिवस को लेकर गृह मंत्री ने कमलनाथ पर निशाना साधा, उन्होंने कहा कि कांग्रेस पर तंज कसते हुए कहा कि कांग्रेस ने यात्रा को पदयात्रा नाम तो दिया है, लेकिन कितने पद चलेंगे ये देखना होगा, बाकी के आंदोलनों का जो हश्र हुआ है वही होगा, कमलनाथ खुद 1 किलोमीटर भी नहीं चलेंगे. गृह मंत्री ने कहा कि कांग्रेस खुद को आदिवासी हितैषी बताती है लेकिन अभी राष्ट्रपति का चुनाव खत्म हुआ है, जिसमें कमलनाथ ने आदिवासी राष्ट्रपति उम्मीदवार को वोट नहीं दिया. 15 महीने में आदिवासियों के लिए कमलनाथ ने एक भी योजना नहीं बनाई थी.
नरोत्तम मिश्रा ने कहा कि कमलनाथ जी को पता हैं कि मध्यप्रदेश में 2023 के विधानसभा चुनाव में कांग्रेस का क्या होने वाला है? अपने अनुभव के आधार पर कमलनाथ जी ने स्वीकार कर लिया है कि मध्यप्रदेश में कांग्रेस का कोई भविष्य नहीं बचा है और अब उन्हें दिल्ली जाकर आराम ही करना चाहिए.
ये भी पढ़ेंः पते की खबर: MP TET वर्ग 3 का रिजल्ट घोषित, इस तरह करिए चेक