'शिव' राज में हर कुख्यात डकैत का हुआ अंत, जानिए किन डकैतों को मिली मौत और किसे कैद
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'शिव' राज में हर कुख्यात डकैत का हुआ अंत, जानिए किन डकैतों को मिली मौत और किसे कैद

बुधवार शाम मुरैना, चम्बल के बीहड़ों में रहने वाले कुख्यात और 60 हजार के इनामी डाकू गुड्डा गुर्जर को मध्यप्रदेश पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया. दो दिन पहले ही बैठक में मुख्यमंत्री ने पुलिस अधिकारियों को कड़ी कार्रवाई के निर्देश दिए थे.

'शिव' राज में हर कुख्यात डकैत का हुआ अंत, जानिए किन डकैतों को मिली मौत और किसे कैद

आकाश द्विवेदी/भोपाल: बुधवार शाम मुरैना, चम्बल के बीहड़ों में रहने वाले कुख्यात और 60 हजार के इनामी डाकू गुड्डा गुर्जर को मध्यप्रदेश पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया. दो दिन पहले ही बैठक में मुख्यमंत्री ने पुलिस अधिकारियों को कड़ी कार्रवाई के निर्देश दिए थे. गौरतलब है कि एक समय था जब मध्यप्रदेश को कभी डाकुओं का प्रदेश भी कहा जाता था, जनता में डाकुओं का भय व्याप्त रहता था, खासकर चम्बल,मुरैना के बीहड़ों में उनका बसेरा होता था. लेकिन आज मध्यप्रदेश डाकुओं का प्रदेश नहीं शांति का प्रदेश कहलाता है. सीएम शिवराज के डाकू मुक्त मध्यप्रदेश के संकल्प से भय और डर मुक्त प्रदेश की नई पहचान स्थापित हुई है. कभी जिन बीहड़ों में डाकुओं का डर था, वहां आज शांति और अटल एक्स्प्रेसवे के रूप में विकास की डगर नए प्रतिमान स्थापित कर रही है.

प्रदेश की धरती पर डाकू रहेंगे या शिवराज
शिवराज सिंह चौहान ने सीएम बनने के बाद मध्यप्रदेश को डाकू मुक्त बनाने का संकल्प दोहराया था. जिसे उन्होंने पूरा कर दिखाया, वे कहते थे मध्यप्रदेश शांति का टापू है, प्रदेश की धरती पर या तो डाकू रहेंगे या शिवराज सिंह चौहान रहेगा. दोनों एक साथ नहीं रहेंगे.

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शिवराज सरकार में हुआ डकैत युग का अंत
प्रदेश की शिवराज सरकार के संकल्प और जनता को खुशहाली देने के लक्ष्य ने मध्यप्रदेश में नए युग की शुरुआत की है. जबसे शिवराज सिंह चौहान ने प्रदेश में मुख्यमंत्री की कमान संभाली तबसे लगभग 2 दर्जन डकैतों को या तो मार गिराया या फिर गिरफ्तार कर लिया गया. मध्यप्रदेश में डकैत युग का अंत किया है.

सीएम शिवराज के कार्यकाल में मारे गए या गिरफ्तार डाकू
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के कार्यकाल में लगभग दो दर्जन कुख्यात गैंगस्टर या डाकुओं को मार गिराया है या फिर गिरफ्तार किया गया है. जिनमें प्रमुख हैं जगजीव सिंह (मुठभेड़ में मौत), चरना सिंह सिकरवार (गिरफ्तार), जगन गुर्जर(गिरफ्तार),गब्बर सिंह (मुठभेड़ में मौत), बाबू सिंह(गिरफ्तार), रामसहाय (गिरफ्तार), रामौतार (गिरफ्तार), रामविशेष उर्फ गूंगा (मुठभेड़ में मौत), राजेन्द्र सिंह (मुठभेड़ में मौत), पंजाब सिंह(गिरफ्तार), देवा बंजारा (गिरफ्तार), राजेन्द्र उर्फ गट्टा (मुठभेड़ में मौत), राजनारायण (मुठभेड़ में मौत), पप्पू गुर्जर (मुठभेड़ में मौत), बालक दास (मुठभेड़ में मौत), अनिल(गिरफ्तार) घीसा बंजारा (गिरफ्तार), भरोसी मल्लाह (मुठभेड़ में मौत), गुड्डा गुर्जर (गिरफ्तार).

गुंडागर्दी और नक्सलवाद पर सख्त शिवराज सरकार
शिवराज सरकार ने प्रदेश में गुंडा मुक्त प्रदेशव्यापी अभियान चलाकर, गुंडे ,बदमाशों के खिलाफ सख्त कार्यवाही की है. नक्सल प्रभावित जिलों में सख्ती से नक्सलवाद की कमर तोड़ी है. आतंकी संगठन सिमी के नेटवर्क को भी ध्वस्त किया. कोई गुंडागर्दी यह दबंगई करता है तो बुलडोजर चलता है. अवैध कब्जे धारियों से लगभग 21 हजार एकड़ जमीन मुक्त शिवराज सरकार ने मुक्त कराई है.

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