Dewas News: देवास के जिला अस्पताल की बड़ी लापरवाही सामने आ रही है. यहां एक महिला डिलीवरी के लिए जिला अस्पताल आई तो स्टाफ ने उनपर ध्यान नहीं दिया. महिला बाथरूम गई तो उसकी डिलीवरी वहीं हो गई.
Trending Photos
Dewas News: मध्यप्रदेश के देवास जिले से चौंकाने वाली खबर सामने आ रही है. यहां एक महिला डिलीवरी के लिए जिला अस्पताल आई तो स्टाफ ने उनपर ध्यान नहीं दिया. फिर जब दर्द से कराहते हुए महिला बाथरूम गई तो उसकी डिलीवरी वहीं हो गई. दुखद बात ये रही कि नवजात शिशु मृत पैदा हुआ.
फिर क्या था इसके बाद परिजनों के सब्र टूट गया. उन्होंने अस्पातल के स्टाफ पर न केवल लापरवाही का आरोप लगाया बल्कि अस्पताल का बाहर ही धरना दे दिया.नवजात शिशु के पिता अपने बेटे के शव को लेकर घंटों तक अस्पताल की सीढ़ियों पर बैठकर विरोध करने लगे. इसके बाद में प्रशासन की समझाइश के बाद मामला शांत हो पाया
परिजनों ने लगाए गंभीर आरोप
दरअसल राउखेड़ी सेंटर पाइंट मांगलिया निवासी कृष्णकांत की पत्नी प्रसव के लिए टिनोनिया में थी. सोमवार दोपहर तीन बजे कृष्णकांत प्रसव के लिए पत्नी मनीषा को लेकर जिला अस्पताल लेकर आए थे. कृष्णकांत ने राउखेड़ी सेंटर पाइंट मांगलिया निवासी कृष्णकांत की पत्नी प्रसव के लिए टिनोनिया में थी. सोमवार दोपहर तीन बजे कृष्णकांत प्रसव के लिए पत्नी मनीषा को लेकर जिला अस्पताल लेकर आए थे. कृष्णकांत ने बताया कि जिला अस्पताल में डॉक्टर ने जांच के बाद बताया था कि बच्चे की धडकन नहीं हैं. हमें वार्ड में पलंग भी नहीं दिया गया. किसी तरह से पत्नी को कुर्सी पर बैठाया. रात करीब 8 बजे सास पत्नी को बाथरूम लेकर गई तो बाथरूम के अंदर प्रसव हो गया.
इसके बाद पत्नी को ओटी में ले जाया गया. डॉक्टर ने बताया कि मृत बच्चा पैदा हुआ है. कृष्णकांत ने आरोप लगाया कि लापरवाही से बच्चे की मौत हुई है. डॉक्टर और स्टाफ ने ध्यान नहीं दिया. परिजनों के हंगामे के बाद पुलिस मौके पर पहुंची और स्थिति को संभाला.
अस्पताल की सीढ़ियों पर बैठकर धरना दिया
कृष्णकांत मृत बच्चे को लेकर अस्पताल की चौखट पर ही बैठ गया. सीढिय़ों पर बैठकर उन्होंने आरोप लगाए कि डॉक्टर और स्टाफ की लापरवाही से बच्चे की मौत हुई है. प्रसव पीड़ा होने पर पत्नी को अस्पताल लाए थे, लेकिन डॉक्टरों ने उसे ठीक से देखा नहीं. संभाला नहीं गया. हम स्टाफ से कहते रहे कि पत्नी को ज्यादा दर्द हो रहा है लेकिन हमें स्टाफ उल्टा जवाब देता रहा. हमें अस्पताल से जाने के लिए भी कहा.
रिपोर्ट - अमित श्रीवास्तव