सिंधिया (Jyotiraditya Scindia) ने कहा कि 'दुख की इस घड़ी में शिवराज सरकार आपके साथ खड़ी है. बाढ़ पीड़ितों को घबराने की जरूरत नहीं है. मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान, केंद्रीय मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर और वह खुद लोगों की मदद के लिए हर वक्त खड़े हैं.'
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अजय राठौर/श्योपुरः केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया (Jyotiraditya Scindia) आज एमपी दौरे पर हैं. इस दौरान वह श्योपुर (Sheopur News) में बाढ़ पीड़ितों से मिलने पहुंचे हैं. इस दौरान सिंधिया ने बाढ़ पीड़ितों से बातचीत की और अफसरों को बाढ़ के नुकसान का जल्द सर्वे कर मुआवजा बांटने का निर्देश दिया. ज्योतिरादित्य सिंधिया ने कहा कि संकट की इस घड़ी में शिवराज सरकार आपको साथ है.
बता दें कि श्योपुर में भारी बारिश और कोटा बैराज से चंबल और पार्वती नदी में पानी छोड़े जाने के बाद बाढ़ के हालात हैं. यहां 39 से ज्यादा गांव बाढ़ से पीड़ित हैं. इसके चलते इन गांव के लोगों के सामने गंभीर संकट खड़ा हो गया है. ऐसे में बाढ़ पीड़ितों के साथ दुख-दर्द बांटने के लिए केंद्रीय उड्डयन मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया शनिवार की सुबह हेलीकॉप्टर से श्योपुर पहुंचे. सिंधिया ने चंबल और पार्वती नदी के किनारे बसे गांवों के बाढ़ पीड़ितों से मुलाकात की और उनकी परेशानियों को सुना.
सिंधिया ने सूंडी जलालपुर, झोपड़ी अड़वार के बाढ़ पीड़ितों से मिलकर उन्हें सरकार की तरफ से हरसंभव मदद का भरोसा दिया. उन्होंने कहा कि दुख की इस घड़ी में शिवराज सरकार आपके साथ खड़ी है. बाढ़ पीड़ितों को घबराने की जरूरत नहीं है. मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान, केंद्रीय मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर और वह खुद लोगों की मदद के लिए हर वक्त खड़े हैं. उन्होंने कहा कि घर से लेकर फसल तक का सर्वे होगा और लोगों को जल्द मुआवजा और सहायता राशि दी जाएगी.
श्योपुर में बाढ़ पीड़ितों से मिलने के दौरान केन्द्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया के साथ प्रदेश के जल संसाधन मंत्री तुलसी सिलावट, राजस्व मंत्री गोविंद सिंह राजपूत, श्योपुर के प्रभारी मंत्री भारत सिंह कुशवाह आदि भी मौके पर मौजूद थे. बाढ़ पीड़ितों से मिलने के दौरान सिंधिया ने मौके से ही राजस्व मंत्री गोविंद सिंह राजपूत को जल्द से जल्द बाढ़ पीड़ितों के नुकसान का सर्वे करने के साथ-साथ बाढ़ पीड़ितों के खातों में से जल्द उचित मुआवजा भेजने की बात कही. इसी के साथ सरकार के मंत्रियों के साथ सिंधिया ने हेलीकॉप्टर से बाद प्रभावित गांवों का हवाई सर्वे भी किया