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आकाश द्विवेदी/भोपाल: मध्य प्रदेश (Madhya Pradesh) के उच्च शिक्षा मंत्री मोहन यादव (Mohan Yadav) ने कहा कि राज्य के यूनिवर्सिटी में कुलपति पद का हिन्दी नाम बदलकर 'कुलगुरु' जल्द किया जाएगा. यानी अब जल्द ही मध्यप्रदेश में कुलपितयों को कुलगुरु के नाम से जाना जाएगा. इसका निर्णय राज्यपाल मंगू भाई की अध्यक्षका में हुई बैठक में लिया गया. कुलगुरु का प्रस्ताव उच्च शिक्षा मंत्री डॉ मोहन यादव ने आज बैठक में रखा था, जिसे बाद इसे सर्वसम्मित से पारित कर लिया गया.
जानकारी के मुताबकि सभी कुलपतियों के साथ राजभवन में राज्यपाल मंगू भाई पटेल ने बैठक ली. इस प्रस्ताव को सर्वसम्मित से पारित किया गया. अब इसे राज्य शासन को भेजा जाएगा. इस पर जैसे ही मुहर लगेगी, इसके बाद कुलपति को कुलगुरु के नाम से जाना जाएगा.
माननीय कुलाधिपति और राज्यपाल श्री मंगु भाई जी पटेल की अध्यक्षता में आयोजित विश्वविद्यालय समन्वय समिति की 100 वीं बैठक में मध्य प्रदेश के शासकीय और निजी विश्वविद्यालयों के महत्वपूर्ण अकादमिक विषयों, प्राध्यापकों और कर्मचारियों की पेंशन सहित कई मुद्दों पर चर्चा हुई। pic.twitter.com/sSR0J2N8Xd
— Dr Mohan Yadav (@DrMohanYadav51) December 8, 2022
महिलाओं के लिए मजाक बनता था
वहीं इस पर उच्च शिक्षा मंत्री मोहन यादव ने कहा कई बार महिलाओं को कुलपति बनाए जाने के बाद मजाक बनता था. महाराष्ट्र समेत कई राज्यों में कुलपतियों को कुलगुरु ही बोला जाता है. अब मध्यप्रदेश में भी यह जल्द लागू होगा.
सबसे पहले विक्रम विश्वविद्यालय से शुरुआत
वहीं मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक उच्च शिक्षा मंत्री मोहन यादव ने कहा कि एमपी के सभी विश्वविद्यालयों में कुलपति का पदनाम बदलकर कुलगुरु होने जा रहा है. वहीं उन्होंने ये भी बताया कि उज्जैन स्थित विक्रम विश्वविद्यालय के कुलपति का पदनाम सबसे पहले बदलकर कुलगुरु किया जाएगा.