Trending Photos
MP Assembly Election 2023: मध्य प्रदेश के आगामी विधानसभा चुनाव में एक ओर बीजेपी (BJP) कांग्रेस लीडर और नेता प्रतिपक्ष डॉक्टर गोविंद सिंह को घेरने के लिए उन्हीं के गढ़ यानी विधानसभा क्षेत्र लहार (Lahar Vidhan Sabha Seat) के लिए चक्रव्यूह तैयार कर रही है, दूसरी ओर गोविंद सिंह ने भाजपा का चक्रव्यूह भेदते हुए सत्तारूढ़ दल को बड़ा झटका दिया है. हैरान करने वाली बात यह भी है कि उन्होंने बीजेपी की जनआर्शीर्वाद यात्रा वाले दिन ही एक सैकड़ा बीजेपी कार्यकर्ताओं को कांग्रेस में शामिल कर सबको चौंका दिया है.
चुनाव का समय है. नेताओं की उठापटक जारी है. नाराज हो या मौका परस्त बीजेपी-कांग्रेस के कई नेता पाला बदलने में जुटे हैं. एक और भारतीय जानता पार्टी यात्राएं निकाल कर प्रदेश की जानता और कार्यकर्ताओं से आशीर्वाद मांग रही है. इसी बीच एक बाद एक झटके भाजपा को मिलते जा रहे है. भिंड में भी विपक्ष के नेता डॉ गोविंद सिंह ने बीजेपी कार्यकर्ताओं को कांग्रेस में शामिल कर सभी को हैरान कर दिया है. वह भी तब जब जिले के लहार विधानसभा क्षेत्र में ही बीजेपी की जनअर्शीर्वाद यात्रा निकाली जा रही थी.
क्या बोले दल बदलने वाले नेता
भारतीय जानता पार्टी में अनुसूचित जाति मोर्चा के प्रदेश कार्यकारिणी सदस्य जितेंद्र भास्कर ने रविवार को आलमपुर कस्बे में अपने सैकड़ों समर्थकों के साथ बीजेपी छोड़कर कांग्रेस का हाथ थाम लिया. यह दल बदल नेता प्रतिपक्ष गोविंद सिंह की मौजूदगी समक्ष हुआ. कांग्रेस में शामिल हुए जितेंद्र भास्कर ने कहा कि वे डॉ गोविंद सिंह की कार्यप्रणाली से बेहद प्रभावित थे.
दलितों पर अत्याचार कर रही बीजेपी
जितेंद्र भास्कर ने ''विजय संकल्प सभा'' जनसभा का आयोजन कराया था. इसमें बतौर मुख्य अथिति डॉ गोविंद सिंह भी शामिल हुए थे. भास्कर का कहना है कि भारतीय जनता पार्टी दलितों पर अत्याचार करती है और उनका शोषण कर रही है, लेकिन अब हम सबको डॉ गोविंद सिंह को जिताकर विधानसभा भेजना है और प्रदेश में कांग्रेस की दोबारा सरकार बनानी है.
बता दें कि गोविंद सिंह कांग्रेस के कद्दावर नेता माने जाता हैं. खास बात यह है कि लहार विधानसभा सीट उनका गढ़ है. इस सीट से लगातार 7 बार विधानसभा चुनाव जीत चुके हैं. गोविंद सिंह पहली बार साल 1990 में चुनाव जीता था. तब से वे लगातार चुनाव जीतते हुए आ रहे हैं.
रिपोर्ट: प्रदीप शर्मा