IT Summon MP Congress: आगामी लोकसभा चुनाव से पहले केंद्रीय जांच एजेंसियों ने अब मध्यप्रदेश में अपनी सक्रियता बढ़ा दी है. वहीं कई मीडिया रिपोर्ट्स में दावा किया जा रहा है कि प्रदेश कांग्रेस के करीब 50 नेताओं को इनकम टैक्स का समन पहुंचा है.
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IT Summon MP Congress: आगामी लोकसभा चुनाव से पहले केंद्रीय जांच एजेंसियों ने अब मध्यप्रदेश में अपनी सक्रियता बढ़ा दी है. जानकारी के मुताबिक आईटी ने मध्यप्रदेश के कई नेताओं को समन भेजा है. वहीं भिंड-दतिया लोकसभा क्षेत्र से कांग्रेस प्रत्याशी रहे देवाशीष जरारिया, झाबुआ से कांग्रेस विधायक डॉ. विक्रांत भूरिया को आईटी ने नोटिस भेजा है.
बता दें कि देवाशीष जरारिया को 13 फरवरी को दोपहर 3 बजे दिल्ली आईटी दफ्तर आने को कहा गया है. इसे लेकर जरारिया ने सोशल मीडिया साइट X पर बयान भी जारी किया है. जिसमें उन्होंने केंद्र सरकार पर परेशान करने का आरोप लगाया है.
देवाशीष जरारिया ने बयान जारी किया
आईटी के नोटिस पर देवाशीष जरारिया ने सोशल मीडिया पर X पर अपना वीडियो शेयर किया है. जरारिया ने कहा कि केंद्र की मोदी सरकार, हम विपक्ष के कार्यकर्ताओं को ईडी, आईटी, सीबीआई जैसी संस्थाओं का दुरुपयोग कर रही है. मैं इनसे डरने वाले झुकने वाला नही हूं, इनकी प्रताड़ना के खिलाफ आईटी अधिकारियों के खिलाफ वापस लौट कर FIR दर्ज करवाऊंगा.
केंद्र की मोदी सरकार, हम विपक्ष के कार्यकर्ताओं को ईडी, आईटी, सीबीआई जैसी संस्थाओं का दुरुपयोग कर रही है।
मैं इनसे डरने वाले झुकने वाला नही हूँ, इनकी प्रताड़ना के विरुद्ध आईटी अधिकारियों के विरुद्ध वापस लौट कर FIR दर्ज करवाऊंगा।@RahulGandhi pic.twitter.com/qSJTMEEq2P— Devashish Jarariya INDIA (@jarariya91) February 11, 2024
विक्रांत भूरिया को भी नोटिस
वहीं मीडिया रिपोर्ट में छपी खबर के मुताबिक जब इस मामले में पूर्व केंद्रीय मंत्री कांतिलाल भूरिया के बेटे और वर्तमान में कांग्रेस विधायक विक्रांत भूरिया ने कहा कि हम भाजपा के हथकंडों से डरने वाले नहीं हैं. केंद्र सरकार ईडी, सीबीआई, आईटी जिसे भेजना है, भेजे. कांग्रेस पूरी ताकत के साथ चुनाव लड़ेगी. देश और प्रदेश की जनता इनकी तानाशाही देख रही है, और आने वाले चुनाव में इन्हें जवाब मिलेगा.
करीब 50 नेताओं को नोटिस!
वहीं कई मीडिया रिपोर्ट्स में दावा किया जा रहा है कि प्रदेश कांग्रेस के करीब 50 नेताओं को इनकम टैक्स का समन पहुंचा है. सभी नेताओं को अलग-अलग तारीख पर दिल्ली बुलाया गया है. इन सभी नेताओं को पिछले सालों को हिसाब लेकर आईटी दफ्तर जाना होगा. समन में 2014 से 2021 तक के वित्तीय लेनदेन के कागजात लेकर आने के निर्देश दिए गए हैं.
रिपोर्ट - प्रमोद शर्मा