MP News: सीधी पेशाब कांड पर बागी केदार का बड़ा आरोप, BJP नेता ने रचा था पूरा षड्यंत्र
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MP News: सीधी पेशाब कांड पर बागी केदार का बड़ा आरोप, BJP नेता ने रचा था पूरा षड्यंत्र

सीधी जिले में बीते जुलाई माह में हुए आदिवासी पेशाब कांड में अब एक नया मोड़ सामने आया है. पहला तो ये कि पीड़ित आदिवासी दश्मत रावत ने चंद्रशेखर आजाद के संगठन भीम आर्मी और आजाद समाज पार्टी का दामन थाम लिया है.

MP News: सीधी पेशाब कांड पर बागी केदार का बड़ा आरोप, BJP नेता ने रचा था पूरा षड्यंत्र

Sidhi News: सीधी जिले में बीते जुलाई माह में हुए आदिवासी पेशाब कांड में अब एक नया मोड़ सामने आया है. पहला तो ये कि पीड़ित आदिवासी दश्मत रावत ने चंद्रशेखर आजाद के संगठन भीम आर्मी और आजाद समाज पार्टी का दामन थाम लिया है. वहीं वर्तमान स्थानीय विधायक केदारनाथ शुक्ला ने मौजूदा बीजेपी प्रत्याशी और सीधी सांसद पर इस मामले को लेकर गंभीर आरोप लगाए हैं.

रीति पाठक ने रचा षड्यंत्र
इस पूरे मामले को लेकर वर्तमान विधायक केदारनाथ शुक्ला ने कहा कि वे तमाम लोग जो भारतीय जनता पार्टी के जिम्मेदारों पदों पर रहे हैं. टिकट की लड़ाई के लिए सभी षड्यंत्र में शामिल थे. इसमें रीति पाठक दोहारा षड्यंत्र कर रही थी. वो टिकट के लिए भी षड्यंत्र कर रही थी और आदि दूसरों लोगों को उकसा भी रही थी. जो पेशाब कांड हुआ था, इसमें पूरी तरह से रीति पाठक का हाथ था. वो इस पेशाब कांड की सूत्रधार थी. उन्होंने दिल्ली में माहौल बनाकर मेरा टिकट कटवाया. जनता इसका बदला लेगी.

देशभर में चर्चित रहा सीधी पेशाब कांड
गौरतलब है कि जुलाई महीने में सोशल मीडिया पर एक वीडियो देशभर में काफी वायरल हुआ था. इस वीडियो में विधायक केदारशुक्ला का विधायक प्रतिनिधि प्रवेश शुक्ला एक आदिवासी युवक पर पेशाब करता हुआ नजर आ रहा था. ये मुद्दा देशभर में इतना उछला कि  सीएम शिवराज ने पीड़ित को सीएम हाउस में बुलवाकर उनके पैर धोएं थे. आरोपी के के करीबी होने की वजह से ही बीजेपी ने इस बार केदार शुक्ला का टिकट काट दिया.

केदारनाथ शुक्ला तीन बार के विधायक 
बता दें कि सीधी में केदारनाथ शुक्ला की गिनती बीजेपी के कद्दावर नेताओं में होती है. केदारनाथ यहां से तीन बार के विधायक हैं. 2018 में उन्होंने विधानसभा चुनाव में कांग्रेस उम्मीदवार को करीब 20 हजार वोटों से हराया था. 

पीड़ित ने भीम आर्मी ज्वाइन की
मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक पीड़ित आदिवासी युवक का कहना है कि उसका किसी तरह से कोई खोज खबर नहीं ले रहा है. मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान भी फोन उठाना बंद कर चुके हैं.  अब परेशान होकर दशमत ने अजाक्स पार्टी का दामन थामा है.

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