Ravivar Ke Upay: आप जानते हैं कि सूर्य की कृपा से जीवन में सुख-संपत्ति का आगमन होता है.साथ ही जीवन की सभी परेशानियां दूर हो जाती हैं तो चलिए हम आपको जीवन में सफलता और धन पाने के लिए रविवार के दिन सूर्य देवता को प्रसन्न करने के कुछ उपाय और टोटके और एस्ट्रो उपाय बताएंगे...
रविवार के दिन सुबह जल्दी उठकर स्नान करें और अर्घ्य दें. खास बात यह है कि आपको साफ कपड़े पहनकर ही सूर्य को जल चढ़ाना चाहिए. बता दें कि सूर्य देव को तांबे के लोटे से जल चढ़ाना शुभ माना जाता है. इसके साथ ही आप सूर्य देव को फूल, रोली, अक्षत और मिश्री भी अर्पित कर सकते हैं.
यदि आप रविवार के दिन बरगद के पेड़ से टूटा हुआ पत्ता लाकर उस पत्ते पर अपनी मनोकामना लिखकर इस पत्ते को बहते जल में प्रवाहित कर दें तो माना जाता है कि इस उपाय से आपकी मनोकामना पूरी हो सकती है.
बता दें कि रविवार के दिन भगवान सूर्य को अर्घ्य देते समय 'ओम सूर्याय नमः ओम वासुदेवाय नमः ओम आदित्य नमः' मंत्र का उच्चारण करना बहुत अच्छा माना जाता है.
बता दें कि रविवार के दिन आप गुड़, दूध, चावल और वस्त्र जैसी चीजों का दान करें. बता दें कि इससे सूर्यदेव प्रसन्न होते हैं और उनकी कृपा से आपके सभी काम बन जाते हैं. जिससे आपको जल्द से जल्द सफलता मिलेगी.
अगर आपको पैसों से जुड़ी परेशानी हो रही है और आप पर कर्ज है तो आपको रविवार के दिन घर के मुख्य द्वार के दोनों ओर घी का दीपक जलाना चाहिए. माना जाता है कि इस उपाय से सूर्य देव के साथ-साथ मां लक्ष्मी भी प्रसन्न होती हैं.जिससे आपकी आर्थिक स्थिति में सुधार होता है.
माना जाता है कि रविवार की रात को सोते समय एक गिलास दूध अपने सिरहाने रखकर सोने. फिर अगले दिन सुबह उठकर उस दूध को बबूल के पेड़ की जड़ में डालना अत्यंत लाभकारी माना जाता है.इससे कोई भी व्यक्ति धन और ऐश्वर्य प्राप्त कर सकता है.
अगर आप जल्द से जल्द अपना भाग्य चमकाना चाहते हैं तो रविवार के दिन 3 झाडू खरीद कर सोमवार को अपने नजदीकी किसी मंदिर में दान कर दें. बता दें कि इस उपाय को करने से आपको काफी फायदा मिलेगा.
अगर आप रविवार के दिन कोई शुभ कार्य करने जा रहे हैं तो सफलता पाने के लिए आप घर से निकलने से पहले तिलक जरूर लगाएं. साथ ही इस दिन लाल रंग के वस्त्र धारण करने का प्रयास करें.
बता दें कि रविवार के दिन गायत्री मंत्र का जाप करना भी लाभकारी माना जाता है क्योंकि गायत्री का देवता सविता हैं. सविता का अर्थ है सूर्य. इस दिन कम से कम 108 बार गायत्री मंत्र का जाप करना चाहिए.
चलिए हम आपको साथ में ये भी बताते हैं कि रविवार के दिन क्या काम नहीं करनी चाहिए.
बता दें कि रविवार के दिन तेल मालिश से परहेज सहित शनि से संबंधित पदार्थों का प्रयोग न करें.
रविवार को बाल काटने से बचें, क्योंकि ऐसा माना जाता है कि इससे सूर्य से जुड़ा तेज कम हो सकता है.
रविवार के दिन मादक पेय पदार्थों का सेवन करने से बचना चाहिए क्योंकि यह अशुभ माना जाता है.
रविवार के दिन काले, नीले, भूरे रंग के कपड़े न पहनें, क्योंकि ये अशुभ माने जाते हैं.
भगवान सूर्य से जुड़ी धातुओं जैसे तांबा को बेचने से बचना चाहिए क्योंकि ऐसा करना सूर्य के प्रभाव को कमजोर कर सकता है.
रविवार के दिन पश्चिम और उत्तर-पश्चिम दिशा में यात्रा करने से बचें, क्योंकि पश्चिम दिशा में शूल होने के कारण इसे अशुभ माना जाता है. यदि आवश्यक हो तो इन दिशाओं की और यात्रा करने से पहले दलिया, घी या पान खा लें या आगे बढ़ने से पहले पांच कदम पीछे हट जाएं
रविवार के दिन, कुछ वस्तुओं की खरीदारी करना शुभ माना जाता है क्योंकि ऐसा माना जाता है कि इससे मां लक्ष्मी की कृपा की आती है और घर में उनकी उपस्थिति से आर्थिक समस्याएं दूर हो जाती हैं.
रविवार के दिन बटुआ खरीदना भी शुभ माना जाता है.
घर में सुख-शांति और समृद्धि को लाने के लिए रविवार के दिन लाल रंग की वस्तुएं खरीदना शुभ माना जाता है.
रविवार के दिन आंखों से संबंधित वस्तुएं जैसे चश्मा खरीदना शुभ माना जाता है क्योंकि ये भगवान सूर्य से संबंधित हैं
इसके अलावा, रविवार को कैंची और गेहूं खरीदने से सकारात्मक परिणाम मिलते हैं.
ज्योतिष के अनुसार, रविवार के दिन आपको कुछ चीजों की खरीदारी से बचना चाहिए, क्योंकि यह अशुभ माना जाता है और आपको आर्थिक हानि हो सकती है.
सूर्य दोष का सामना करने से बचने के लिए रविवार के दिन घर के निर्माण के सामान और बागवानी के सामान खरीदने से बचना चाहिए.
ज्योतिष के अनुसार, किसी भी तरह के बुरे प्रभाव से बचने के लिए रविवार को लोहे के सामान खरीदने से बचने की सलाह दी जाती है क्योंकि इससे आर्थिक नुकसान हो सकता है.
मान्यता के अनुसार शनिवार और रविवार दोनों दिन वाहन खरीदना अशुभ माना जाता है.
अगर आप आज किसी यात्रा पर जाना चाहते हैं, तो पूर्व, उत्तर या अग्निकोण दिशा की ओर यात्रा करने का विकल्प चुनें.
सूर्य के प्रतिकूल प्रभावों को कम करने के लिए रविवार के दिन आप चावल, दूध और गुड़ का सेवन करें.
सूर्य के नकारात्मक प्रभावों को दूर करने के लिए तो आप लाल रंग के कपड़े में लपेटकर गेहूं और गुड़ का दान करें.
रविवार को तुलसी को जल चढ़ाना और तुलसी के पत्ते तोड़ना सख्त वर्जित है और उसका कारण हमने नीचे बताया है.
हिंदू धार्मिक ग्रंथों में, तुलसी को केवल एक पौधे के बजाय देवी तुलसी के रूप में माना जाता है.
धार्मिक मान्यताओं के अनुसार, रविवार के दिन तुलसी और भगवान विष्णु ध्यान और विश्राम में लीन रहते हैं.
अन्य दिनों में, तुलसी लोगों और अपने भक्तों के कल्याण के लिए उपलब्ध रहती हैं.
रविवार के दिन उनके ध्यान को मैंटेन रखने के लिए तुलसी पर जल चढ़ाना या पत्ते तोड़ने को मना किया जाता है.
इसी तरह एकादशी के दिन तुलसी को जल चढ़ाना और उसके पत्ते तोड़ना वर्जित माना जाता है.
ऐसा इसलिए क्योंकि एकादशी के दिन तुलसी भगवान विष्णु के लिए निर्जला व्रत रखती हैं.
जल चढ़ाने या पत्ते तोड़ने से उसका व्रत टूट जाएगा.
इसलिए रविवार और एकादशी के दिन तुलसी की दूर से ही उनकी पूजा की जाती है.
(Disclamer: यहां दी गई समस्त जानकारी सामान्य मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है. Zee Media इसकी पुष्टि नहीं करता है.)
रविवार को नमक का सेवन करने से बचें, क्योंकि यह स्वास्थ्य को प्रभावित कर सकता है और आपके काम में बाधा डाल सकता है, खासकर सूर्यास्त के बाद.
आप शनिवार को शराब का सेवन करने से भी बचें.
हालांकि प्याज स्वास्थ्य के लिए लाभकारी है, लेकिन पारंपरिक मान्यताओं के अनुसार, रविवार को इसका सेवन करने से सूर्य देव की नाराजगी का सामना करना पड़ सकता है.
मांसाहारी प्रोटीन स्रोत मछली से रविवार को परहेज करना चाहिए.
जबकि लहसुन ब्लड प्रेशर को नियंत्रित करने के लिए फायदेमंद है, लेकिन इसे अशुभता से जोड़ने वाली धार्मिक मान्यताओं के कारण रविवार को इससे परहेज करने की सलाह दी जाती है.
रविवार को लाल साग का सेवन अशुभ माना जाता है, क्योंकि ये अल्पकालिक बारहमासी पौधे वैष्णववाद में मृत्यु का प्रतीक हैं.
दाल में प्रोटीन प्रचुर मात्रा में होता है, यहां तक कि इसकी मात्रा मांस से भी अधिक होती है. फलस्वरूप इन्हें देवभोग के रूप में चढ़ाना अनुचित माना जाता है.
मांस रविवार के दिन मांस का सेवन करने से परहेज करने की सलाह दी जाती है.
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