Ujjain News: श्री महाकालेश्वर भगवान की सवारी के संबंध में प्रशासनिक अधिकारियों व जन प्रतिनिधियों की दो अलग-अलग बैठक संपन्न हुईं. कलेक्टर ने कहा डीजे-वीजे नहीं रहेंगे. सवारी में झांकी, शोभारथ, डी.जे. आदि प्रतिबंधित.
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राहुल सिंह राठौड़/उज्जैन: मध्य प्रदेश (mp news) के उज्जैन में सवारी में पुजारी और पुलिस कर्मियों द्वारा श्रद्धालुओं से अभद्रता के वायरल हुए वीडियो के बाद सोमवार 31 जुलाई को चौथी सवारी को देखते हुए श्री महाकालेश्वर भगवान की सवारी के संबंध में प्रशासनिक अधिकारियों व जन प्रतिनिधियों की दो अलग-अलग बैठक संपन्न हुई. बैठक में वायरल वीडियो के माध्यम से सामने आए व विवादित रहे पुजारी और पुलिस कर्मी व वोलेंटियर्स को लेकर कोई निणर्य नहीं हुआ. निर्णय हुआ तो बस यह कि आगामी सवारी तक भजन मंडलियों व सवारी की अन्य व्यवस्थाओं के संबंध में व्यवस्थित दिशा-निर्देश जारी कर दिये जाएंगे.
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सवारी में झांकी, शोभारथ, डी.जे. आदि प्रतिबंधित
बैठक में कलेक्टर एवं मंदिर अध्यक्ष ने कहा कि सभी भजन मंडलियां अपनी भजन मंडलियों में निर्धारित संख्या में रहे. ड्रेस कोड का पालन करें व मंदिर प्रबंध समिति द्वारा जारी किए गए अनुमति पत्र अनिवार्य रूप से पहनें. सवारी में झांकी, शोभारथ, डी.जे. आदि प्रतिबंधित रहेंगे. भजन मंडलियों का स्वरूप. सवारी के वैभव अनुरूप होना चाहिए. जिससे उज्जैन व उज्जैन के बाहर से आने वाले भक्त बाबा श्री महाकाल के सुगमता, सरलता एवं सहजता से दर्शन कर सकें.
बैठक में शामिल सदस्यों के सुझाव जानिए
सवारी में मुखौटे, ठेले, डी.जे., फोटो लेकर चलने पर प्रतिबंध रहे. भजन मंडली के नाम व भगवान के बैनर के अतिरिक्त अन्य किसी व्यक्ति विशेष का प्रचार-प्रसार संबंधित बैनर, होर्डिंग आदि नहीं लगाया जाए. साथ ही कई भक्त भगवान का स्वरूप धारण कर सवारी में सम्मिलित होकर फोन आदि के माध्यम से भक्तों के साथ फोटोग्राफी आदि करवाते हैं. जिससे सवारी में अनावश्यक विलंब होता है ये ना हो.
यह सुझाव भी मिले
बैठक में जिम्मेदारों ने सुझाव दिए कि भजन-मंडलियों में शामिल सदस्यों की संख्या सीमित करने एवं मंडलियों में अनाधिकृत रूप से शामिल होने वाले भक्तों का प्रवेश न हो इसका विशेष ध्यान रखा जाए. सभा मंडप में अनावश्यक रूप से भीड़ एकत्रित न होने व भगवान श्री महाकालेश्वर की पालकी समय पर मंदिर पहुंचने के संबंध में सुझाव दिए गए. बैठक में सुझाव यह भी दिए गए कि श्री महाकालेश्वर भगवान की पालकी सवारी मार्ग में आने वाले देवस्थानों पर ही परंपरागत रूप से पूजन हेतु रुके, जिससे पालकी नियत समय पर मंदिर पहुंच सकेगी, और अनावश्यक रूप से पालकी के आस-पास आने वाले भक्तों को धक्का-मुक्की का सामना नहीं करना पडे़गा. श्री महाकालेश्वर भगवान की पालकी के पास कपूर, दीपक आरती न कर जलात्मक आरती करने का सुझाव दिया गया. जिससे किसी भी प्रकार की हानि न हो.
1 घण्टे पहले होगा प्रचार
पालकी निकलने के एक घंटे पूर्व मंदिर प्रबंध समिति द्वारा एक वाहन पर उद्घोषणा के माध्यम से श्रद्धालुओं को नारियल, सिक्के, इत्र, केले, फल, पूजन सामग्री इत्यादि दूर से पालकी पर नहीं फेंकने की अपील करने, सवारी की उल्टी दिशा न चलने व सवारी के दौरान किसी भी प्रकार का प्रसाद वितरण नहीं करने का भक्तों से अनुरोध किया जाएगा. सवारी मार्ग से सवारी आगे बढ़ने के पश्चात ही प्रसाद का वितरण करें, जिससे किसी भी प्रकार की भगदड़ की स्थिति उत्पन्न न हो.
कौन-कौन बैठक में शामिल रहा
श्री महाकालेश्वर भगवान सवारी में होने वाली व्यवस्थाओं के संबंध में श्री महाकालेश्वर मंदिर कंट्रोल रूम में श्री महाकालेश्वर मंदिर प्रबंध समिति के अध्यक्ष एवं कलेक्टर की उपस्थिति में बैठक संपन्न हुई बैठक में उच्च शिक्षा मंत्री म.प्र.शासन, सांसद उज्जैन, उपाध्यक्ष जन अभियान परिषद म.प्र. शासन, विधायक उज्जैन उत्तर, महापौर नगर पालिक निगम, उज्जैन, पुलिस अधीक्षक, मंदिर प्रशासक, मंदिर के महंत, पुजारी व अन्य कई लोग उपस्तिथ रहे.