Mandla News: अस्था जुड़ जाए तो कुछ भी संभव है. ऐसी ही स्टोरी है 5 साल की बच्ची नैनेश्वरी की जो अपने माता पिता के साथ नर्मदा परिक्रमा कर रही है.
मंडला। मां नर्मदा की परिक्रमा तो बहुत लोग करते हैं लेकिन एक तपस्वी बच्ची की तपस्या देखकर हर कोई हैरान है. बच्ची की तपस्या को देख हर कोई रुक जाता है. मुस्कुराते हैं और वह कहते है.
तपस्वी बच्ची सिर्फ पांच साल की है और नाम है नैनेश्वरी जो कि अपने माता पिता के साथ नर्मदा परिक्रमा पर निकली हुई है. ये पांच माह से पैदल चल अब तक करीब 3 हजार किमी का सफर तय कर चुकी है और अभी उसे करीब 700 किलोमीटर का सफर और तय करना है.
माता पिता के साथ नर्मदा की पैदल परिक्रमा कर रही नैनेश्वरी की नर्मदा मैया की भक्ति और आस्था देख कर हर कोई हैरान है. खेलने कूदने की इस उम्र में ये नन्ही सी बच्ची रोजाना 30 से 40 किलोमीटर पैदल चल रही है.
अभी बच्ची को लगभग साढ़े 700 किलोमीटर का सफर तय करना और बचा है. इसके बाद उसकी नर्मदा परिक्रमा पूरी हो जाएगी.
नैनेश्वरी बताती है की पिछले साल उसके पिता नर्मदा परिक्रमा पर निकले थे. उसके बाद उसने भोलेनाथ से मन्नत मांगी थी कि मेरे पिताजी सही सलामत नर्मदा परिक्रमा करके घर वापस आ जाएंगे तो मैं भी नर्मदा परिक्रमा करूंगी.
बस क्या था...नैनेश्वरी के पिता घर आ गए. अब नैनेश्वरी ने अपनी मन्नत को पूरा करने के लिए माता- पिता के साथ नर्मदा परिक्रमा करने के लिए निकल पड़ी है. नैनेश्वरी बताती है कि उसे मां नर्मदा की परिक्रमा करते हुए बड़ा अच्छा लग रहा है. उसे आनंद की प्राप्ति हो रही है.
बच्ची के माता- पिता बताते है कि परिक्रमा के दौरान पैदल चलते चलते हम थक जाते हैं लेकिन नैनेश्वरी कभी नहीं थकती बल्कि वो उनसे आगे चली जाती है. वाकई नैनेश्वरी की भक्ती अनूठी है. उसकी इस उम्र में ये तपस्या बड़ी कठिन है लेकिन मां नर्मदा की कृपा सब राह आसान कर देती है.
नैनेश्वरी जिस गांव और शहर से गुजरती है. नर्मदा के लिए उसका समर्पण, त्याग और आस्था देख उसके पास लोगों की भीड़ लग जाती है. कोई उसे निहारता है तो कोई उसे दुलारता है. ज्यादातर लोग उसे मां नर्मदा का रूप मानकर आवभगत करने में लग जाते हैं.
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