गणतंत्र दिवस के मौके पर परेड में शामिल होने वाले जवान स्वदेश निर्मित इंसास राइफल के साथ मार्च करते हैं, जबकि विशेष सुरक्षा बल के जवान इजराइल से बनी टेवर राइफलों के साथ मार्च करते हैं.
परेड में शामिल होने वाली झांकियां लगभग 5 किमी प्रति घंटे की गति से चलती है. ताकि लोग इसका दीदार अच्छे तरह से कर सकें. बता दें कि 2023 के गणतंत्र दिवस पर 23 झांकियां प्रदर्शित की गई थी.
परेड के दौरान देश की शैन्य शक्ति दिखाने वाले टैंको और वाहनों को आधुनिक डिवाइसेस के लिए इंडिया गेट के पास एक कैंप लगाया जाता है.
गणतंत्र दिवस की परेड में शामिल होने वाले सैन्य कर्मचारियों को 4 स्टेप से गुजरना पड़ता है. इसके अलावा इनकी अच्छे से जांच की जाती है.
26 जनवरी को होने वाले परेड की शुरुआत राष्ट्रपति के द्वारा की जाती है. बता दें कि सबसे पहले राष्ट्रपति के घुड़सवार अंगरक्षक राष्ट्रीय ध्वज को 21 तोपों को सलामी देते हैं. इसके अलावा राष्ट्रगान भी बजाया जाता है.
गणतंत्र दिवस के अवसर पर परेड देखने के लिए हर साल किसी देश के प्रधानमंत्री, राष्ट्रपति को निमंत्रण दिया जाता है. इस साल फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों मुख्य अतिथि होंगे.
गणतंत्र दिवस पर होने वाली परेड की तैयारी एक साल पहले जुलाई के महीने में शुरू होती है. गणतंत्र दिवस के अवसर पर शामिल होने वाले सैनिक 3 तक कार्यक्रम स्थल पर पहुंच जाते हैं और परेड की तैयारी करते हैं.
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