Kanya Pujan 2023: नवरात्रि में आने वाली अष्टमी और नवमी तिथि का विशेष महत्व है. नवरात्रि में मां दुर्गा के नौ रूपों की विशेष पूजा अर्चना की जाती है। इसके बाद अष्टमी और नवमी तिथि के दिन हवन और कन्या पूजन के बाद व्रत का पारण किया जाता है। कई लोग नवरात्रि व्रत का पारण अष्टमी के दिन करते हैं तो कुछ लोग नवमी में कन्या व्रत का पारण करते हैं। अष्टमी तिथि पर महागौरी की पूजा की जाती है और नवमी तिथि के दिन मां सिद्धिदात्री का पूजन किया जाता है. इस वीडियो में जानेंगे कि कब है अष्टमी और नवमी तिथि के दिन कन्या पूजन करने का शुभ मुहूर्त कब से कब तक रहेगा.
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