अब इस नाम से जाने जाते हैं पांडवों के मांगे 5 गांव! जानें

Abhinaw Tripathi
Nov 18, 2024

Historical Story

महाभारत की लड़ाई आज भी लोग याद करते हैं, इस लड़ाई से पहले पांडवों ने रहने के लिए 5 गांव की मांग की थी. लेकिन कौरव वो भी नहीं दे पाए, धार्मिक मान्यताओं के अनुसार कौरवों से पांडव ने जो 5 गांव मांगे थे वो अब इन नामों से जाने जाते हैं.

5 गांव

महाभारत युद्ध से पहले पांडवों ने कौरवों से अपने रहने के लिए 5 गांव की मांग की थी.

गुजार

पांडवों ने दुर्योधन से कहा था कि उन्हें 5 गांव दें दे. पांडव वहीं से खुशी से अपना जीवन गुजार लेंगे.

तिलप्रस्थ

पांडवों ने जिन 5 गांवों की मांग की थी उसमें इंद्रप्रस्थ, व्याघ्रप्रस्थ, स्वर्णप्रस्थ, पांडुप्रस्थ, तिलप्रस्थ शामिल थे.

पांडवों ने

पहले गांव का नाम इंद्रप्रस्थ था. इस समय इंद्रप्रस्थ दिल्ली की एक जगह का नाम है. ऐसा माना जाता है कि इसकी ही मांग पांडवों ने की थी.

यूपी

दूसरे गांव का नाम व्याघ्रप्रस्थ था. व्याघ्रप्रस्थ का मतलब बाघों के रहने की जगह है. इस समय इसे बागपत के नाम से जाना जाता है. जो यूपी का एक जिला है.

सोनीपत

तीसरे गांव का नाम स्वर्णप्रस्थ था. इस समय इसे सोनीपत के नाम से जाना जाता है. ये हरियाणा राज्य में स्थित है.

कुरूक्षेत्र

चौथे गांव का नाम पांडुप्रस्थ था. इस समय इसे पानीपत के नाम से जाना जाता है. ये कुरूक्षेत्र के पास स्थित था.

फरीदाबाद

पांचवें गांव का नाम तिलप्रस्थ था. इस समय इसे तिलपत के नाम से जाना जाता है. अब ये हरियाणा के फरीदाबाद जिले का एक कस्बा है.

यहां दी गई जानकारियां सामान्य मान्यताओं पर आधारित है, इससे जुड़ी अधिक जानकारी के लिए धार्मिक ग्रंथो का सहारा ले सकते हैं.

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