मध्यप्रदेश में नर्मदा किनारे है महाभारत कालीन मंदिर, भीम ने बदल दी थी दिशा, जानें इतिहास

Harsh Katare
Nov 16, 2024

मध्यप्रदेश कई ऐतिहासिक और प्राचीन मंदिर मौजूद है, जिनमें कई मंदिरों का इतिहास काफी पुराना है.

देवास के नेमावर में ऐतिहासिक महत्व को अपने में समेटे नर्मदा किनारे स्थित सिद्धनाथ मंदिर है.

इस मंदिर के शिवलिंग की स्थापना ब्रह्माजी के मानसपुत्रों सनकादिक ऋषियों ने की थी.

स्कंदपुराण और पद्मपुराण में भी इस मंदिर के शिवलिंग का वर्णन मिलता है.

कहा जाता है मंदिर के ऊपरी तल पर ओंकारेश्वर और निचले तल पर महाकालेश्वर स्थित हैं.

मान्यता है कि सिद्धेश्वर महादेव शिवलिंग पर जल अर्पण किया जाता है तब 'ॐ' की प्रतिध्‍वनि उत्पन्न होती है.

महाभारत से जुड़ा इतिहास

अज्ञातवास के दौरान कुंती कौरवों द्वारा बनाए गए मंदिरों में पूजा नहीं किया करती थी.

सिद्धनाथ मंदिर का जीर्णोद्वार कौरवों द्वारा कराया गया था, इसलिए भीम ने मंदिर के मुख की दिशा बदल दी थी.

इस मंदिर को भीम ने पूर्व मुखी से पश्चिम मुखी कर दिया था, इसके बाद कुंती मंदिर में पूजा करने लगीं.

कैसे पहुंचे

नेमावर से सबसे नजदीक इंदौर है, यहां से बस और टैक्सी से नेमावर पहुंचा जा सकता है.

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