दोस्ती में दगाबाजी: दोस्त के संपर्क में रहने से हो रही थी तड़प, फिर गुस्से में लड़की बनी हत्यारन
Advertisement
trendingNow1/india/rajasthan/rajasthan1346947

दोस्ती में दगाबाजी: दोस्त के संपर्क में रहने से हो रही थी तड़प, फिर गुस्से में लड़की बनी हत्यारन

Crime: अपनी ही फ्रेंड की बेरहमी से हत्या करने के बाद दोस्त बानी हत्यारन चेहरे पर दुपट्टा बांध कर मुस्कुरा रही थी.

दोस्ती में दगाबाजी

Ajmer: अपनी फ्रेंड का अपने दोस्त से संपर्क में रहना और उससे बातें करना उसे नागवार गुजरा और गुस्से में आकर घर पर मिलने आई दोस्त की रस्सी से गला घोंटकर हत्या कर दी. मर्डर के बाद खुद के घर के बाहर खड़ी की गई फ्रेंड की ही स्कूटी, मोबाइल और रस्सी सहित अन्य सामान छोड़कर आई. इस बात का खुलासा आरोपी महिला ने रामगंज थाना पुलिस की ओर से की गई पूछताछ में किया है. वहीं शनिवार को जब आरोपी अनुराधा को कोर्ट में पेश किया गया तो उसने इस वारदात को लेकर कोई पछतावा नहीं दिखाया. इस दौरान उसे टोका तो मुंह पर स्कॉर्फ बांध लिया, लेकिन चेहरे पर फिर भी हंसी ही थी.

मामले की जांच कर रहे रामगंज थाना प्रभारी सतेन्द्र सिंह नेगी ने बताया कि मर्डर के बाद आरोपी महिला अपने परिचितों से मिलने निकल गई, ताकि किसी को कोई शक नहीं हो. रात को भी अपने घर नहीं पहुंची और पड़ोंस में ही परिचित के घर सो गई. दूसरे दिन घर आई और तैयार होकर अहमदाबाद जाने के लिए पाली चली गई, फिर अपने एक परिचित को रात के समय नशे की हालत में मर्डर करने की बात बताई. घबराए परिचित ने पुलिस को जाकर बताया तो आरोपी पकड़ी गई. सीआई सतेन्द्र सिंह नेगी ने बताया कि 6 सितंबर को ज्योति धानका ऊसरी गेट रावण की बगीची स्थित अपने मकान से सुबह 11 बजे स्कूटी लेकर निकली. ज्योति करीब दो बजे अपनी अजय नगर निवासी दोस्त अनुराधा नायक के घर पहुंची. वहां दोनों में बातचीत होती रही थी. दोनों ही ब्याज पर पैसे का लेन-देन का काम करती थी, ऐसे में उनकी हिसाब-किताब को लेकर बातें होती रही थी.

यह भी पढे़ं- अजमेर में स्वास्थ्य सुविधाओं में इजाफा, RTDC चेयरमैन राठौड़ बोले- CM ने किया बेहतर काम

अपने पति की मौत के बाद अनुराधा को एक युवक से प्रेम हो गया था. इसी बीच ज्योति का वहां आना जाना लगा रहा. इस बीच प्रेमी और ज्योति आपस में एक दूसरे से घुलमिल गए और उन्हें भी दोस्ती हो गई, जब इस बात का पता चला तो अनुराधा ने अपने प्रेमी को टोका और दूर रहने की नसीहत भी दी और ज्योति घर पर अनुराधा के पास थी और इसी दौरान ज्योति के मोबाइल पर प्रेमी का कॉल आया और अनुराधा ने इसे देख लिया, इसके बाद ज्योति ने यह बताकर फोन काट दिया कि वह अनुराधा के घर है. मना करने के बावजूद ज्योति से संपर्क रखना अनुराधा को नागवार गुजरा और उसने ज्योति को ही रास्ते से हटाने की सोच ली.

बता दें कि 6 सितंबर की शाम करीब चार बजे ज्योति और अनुराधा में प्रेमी को लेकर हॉट-टॉक हुई और उसने ज्योति का रस्सी से गला दबाकर मार डाला, इसके बाद करीब पांच बजे लाश को कमरे में छोड़कर अनुराधा नहा-धोकर तैयार हुई. फिर ज्योति की स्कूटी, मोबाइल, चप्पल और रस्सी लेकर बाहर निकल गई. स्कूटी को भगवानगंज के पास छोड़ा और सामान वहीं आस-पास पटक दिया. इसके बाद इधर-उधर घूमकर रात 10 बजे घर पहुंची और आस पास के कुछ लोगों से मुलाकात भी की, ताकि किसी को कोई शक नहीं हो. घर में लाश को छोड़कर फिर अनुराधा पड़ोस में ही अपने परिचित के घर चली गई. वहां पर बातें करने लगी. रात ज्यादा होने का कारण बताते हुए, खाना-खाकर वहीं पर सो गई. अगले दिन सुबह आठ बजे उठी और अपने घर जाकर तैयार हुई, इसके बाद अपने मकान का ताला लगाया और निकल गई.

आपको बता दें कि 32 साल की ज्योति क्लॉक टावर थाना के उसरी गेट रावण की बगीची में पिता रमेश चंद धानका के साथ रहती थी. ज्योति 6 सितंबर को सुबह 11 बजे घर से निकली और वापस नहीं लौटी. काफी तलाश करने के बावजूद नहीं मिली. सात सितंबर की सुबह स्कूटी, मोबाइल भगवान गंज में मिले तो पिता ने 7 सितंबर को ही क्लॉक टावर थाने में गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज कराई, फिर अहमदाबाद जाने के लिए पाली गई. इसी दिन 7 सितंबर को सुबह 11 बजे करीब अजमेर में अजयनगर स्थित अपने मकान से बाहर निकल गई. बाद में यहां से अनुराधा पाली के लिए रवाना हुई. वहां पहुंचते पहुंचते शाम हो गई तो पाली पहुंचने के बाद उसने हाउसिंग बोर्ड में रहने वाले अपने परिचित सूरज सिंह को कॉल किया. उसने बताया कि वह अहमदाबाद जाना चाहती है, लेकिन रात ज्यादा हो गई, इसलिए रात पाली ही रुकेगी.

इसके बाद अपने परिचित के साथ ही वह होटल में खाना-खाने पहुंची और यहां अनुराधा ने शराब भी पी, जब नशा हुआ तो रोने लगी. सूरज सिंह ने जब रोने का कारण पूछा तो उसने बताया कि उसने अपनी सहेली ज्योति का मर्डर कर दिया है. ज्योति के मर्डर की बात सुनते ही सूरज सिंह घबरा गया. 8 सितंबर कीअल सुबह करीब 4 बजे सूरज सिंह अनुराधा को अहमदाबाद जाने के लिए पाली के नहर पुलिया लाया. यहां से उसे छोड़ दिया. मर्डर के आरोप ने पुलिस अनुराधा को अजमेर लाई और गिरफ्तार कर लिया. शुक्रवार 9 सितंबर को उसे न्यायालय में पेश कर एक दिन के रिमांड पर लिया, इसके बाद पुलिस ने उसकी निशानदेही पर मोबाइल, रस्सी और अन्य सामान बरामद कर लिया. फिर शनिवार 10 सितंबर को रिमांड अवधि पूरी होने पर न्यायालय में पेश किया, जहां से उसे न्यायिक अभिरक्षा में भेज दिया गया. फाइनेंसर का नहीं आया कोई रोल, दोनों सहेलियों के सम्पर्क में एक फाइनेंसर भी था और कयास लगाया जा रहा था कि फाइनेंसर से ही पीछा छुड़ाने के लिए अनुराधा ने वारदात को अंजाम दिया, लेकिन उसका इस मर्डर में कोई रोल सामने नहीं आया. पुलिस ने उससे भी पूछताछ की और छोड़ दिया.

Reporter: Ashok Bhati

जयपुर की अन्य खबरों के लिए यहां क्लिक करें

यह भी पढ़ें- खुशखबरी: राजस्थान में टूरिज्म के बढ़ावे को मंत्रालय निकालने जा रहा बंपर भर्तियां, इसकी भी तैयारी

स्कूल से बंक मारकर गार्डन में गप्प मार रहे थे छात्र, प्रधानाचार्य बैग उठाकर ले आए

 

Trending news