राजस्थान के जिला बारां में किसान महापंचायत परवन राष्ट्रीय सिंचाई परियोजना की मांग को लैकर कलेक्टर कार्यालय पर जमकर प्रदर्शन व नारेबाजी किया गया. पूरे शहर में किसानों द्वारा वाहन रैली निकालकर मांगें जताई गयी.
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Baran News : बारां में किसानों की प्रमुख समस्या हर खेत को पानी, फसलों के वाजिब दाम व प्राकृतिक आपदा से नष्ट फसलों के मुआवजा व बीमा क्लेम देने की मांगों को लेकर किसान महापंचायत के बैनर तले किसानों ने बारां शहर में होकर वाहन रैली निकालकर कलेक्ट्रेट कार्यालय पर प्रदर्शन कर नारेबाजी करते हुए कलेक्टर को प्रधानमंत्री व मुख्यमंत्री के नाम ज्ञापन सौंपा. इससे पहले सैकड़ों वाहन से किसान कृषि मंडी किसान भवन पर एकत्र हुए. जहां सभा की गई.
सभा में राष्ट्रीय अध्यक्ष रामपाल जाट ने अब तक केंद्र में सत्तारूढ़ दोनों पार्टियां कांग्रेस व भाजपा को किसानों की आत्महत्या के लिए दोषी ठहराया है. जाट ने कहा कि किसानों को न्यूनतम तय समर्थन मूल्य की घोषणा तो होती है, लेकिन उसको गारंटी कानून नहीं बनाया है. जिससे किसानों को घाटे में फसल बेचनी पड़ती है. वहीं वर्षागत पानी को सिंचाई के लिए सिंचाई तंत्र पर ध्यान नहीं दिया जाता.
प्राकृतिक आपदाओं से फसलें नष्ट होने पर नाम मात्र की सहायता राशि भी किसानों को नहीं दी जाती है परिणामस्वरूप किसान कर्ज में दबकर आत्महत्या पर मजबूर होते हैं.
प्रदेश संयोजक सत्यनारायण सिंह ने कहा कि परवन को राष्ट्रीय सिंचाई परियोजना घोषित किया जाए, राड़ी बांध का निर्माण शुरू किया जाए. अहमदी बांध की दायीं मुख्य नहर का अधूरा कार्य पूरा किया जाए. एमएसपी की खरीद गारंटी कानून बनाया जाए. फसल खराबे 2021 2022 का मुआवजा व बीमा क्लेम का लाभ सभी आपदा ग्रस्त किसानों को मिले. कृषि मंडी में व्यापारियों की ओर से प्रति कट्टे पर 200 ग्राम अवैध तौल बंद किया जाए. गोपालपुरा तालाब की मोरी नंबर से स्वीकृत नहर पिकअप वियर तक बनाई जाए. मांगरोल रोड पर कृषि भूमि में भराव के पानी की निकासी की जाए.