भीलवाड़ा न्यूज: आसींद नगरपालिका की करोड़ों रुपए की जमीन पर भू माफियाओं ने कब्जा कर लिया. भू माफियाओं ने लोहार परिवारों को टीन टप्पर बनवा कर बैठा दिया है. साथ ही जमीन पर चारदीवारी का निर्माण कार्य शुरू करवा दिया.
Trending Photos
Asind,Bhilwara: नगरपालिका की नगर क्षेत्र के वार्ड नंबर 22 में करोड़ों रुपए की बेशकीमती जमीन पर भू माफियाओं द्वारा अतिक्रमण कर वहां निर्माण कार्य शुरू कर दिया गया. जहां नगरपालिका की जमीन हथियाने के समाचार मिलने पर मौके पर विधायक जब्बर सिंह सांखला एवं पालिका चेयरमैन देवीलाल साहू ने पहुंचकर राजस्व विभाग व पालिका ईओ की टीम तथा पुलिस प्रशासन को मौके पर बुलाकर नाप चौक करवाया.
लोहार परिवारों को टीन टप्पर बनवा कर बैठाया
नगर पालिका क्षेत्र के नेशनल हाईवे 148 डी बाजूंदा रोड को जोड़ने वाली सड़क किनारे संतपाल स्कूल एवं निर्माणाधीन पानी की टंकी के पास कुछ प्रॉपर्टी व्यवसायियों की जमीने है. इनकी सीमा से सटी हुई करोड़ों रुपए कीमती नगरपालिका की बेशकीमती जमीन खाली पड़ी हुई है. जहां विगत दिनों रातों-रात भू माफियाओं ने जमीन हथियाने को लेकर कुछ गाडोलिया लोहार परिवारों को टीन टप्पर बनवा कर बैठा दिया तथा इस बेशकीमती जमीन पर भूमाफियाओं ने चारदीवारी का निर्माण कार्य शुरू करवा दिया.
विधायक जब्बर सिंह सांखला मौके पर पहुंचे
इस बात को लेकर विगत दिनों नगरवासियों में चर्चा फैल गई. इस बेशकीमती जमीन को हथियाने के समाचार सुनकर विधायक जब्बर सिंह सांखला तथा पालिका चेयरमैन देवीलाल साहू एवं उनके साथ पार्षद अनिल सिंह तंवर, सत्येंद्र सिंह चौहान आदि मौके पर पहुंचे. पालिका अधिशासी अधिकारी मोहित पंचोली तथा उपखंड अधिकारी सी पी वर्मा एवं तहसीलदार भंवर लाल सेन को सूचित कर राजस्व विभाग की टीम को बुलवाया और मौके पर जमीन नाप चौक किया.
बेशकीमती जमीन का हिस्सा नगरपालिका का
जिसमें प्रथम दृष्टया सामने आया कि यह करोड़ों रुपए की बेशकीमती जमीन का हिस्सा नगरपालिका का है. लेकिन भूमाफिया ने कार्रवाई करने पर विरोध किया. मीडिया से मुखातिब होते हुए विधायक जब्बर सिंह सांखला ने कहा कि नगर पालिका की जमीन पर भूमाफिया द्वारा कब्जा किया जा रहा है. जिससे प्रशासन मुक्त करवाने की कार्रवाई कर रहा है. तो वहीं पूर्व विधायक हगामी लाल मेवाड़ा ने कहा कि इस जमीन पर 100 साल से गाडूलिया लोहार का कब्जा है. इसे हटाना गलत है. नगर पालिका चेयरमैन देवीलाल साहू ने कार्रवाई करते हुए अतिक्रमण मुक्त कराने के आदेश दिए इस पर नगरपालिका कार्रवाई कर रही है.
यह भी पढ़ेंः LDC Recruitment 2013: दस साल बाद भी एलडीसी भर्ती की अधूरी कहानी? टूट रहे युवाओं के सपने
यह भी पढ़ेंः मुंबई से पहले दिल्ली में मॉनसून, राजस्थान में भी एंट्री, जानें क्यों बदला वैदर पैटर्न और वैज्ञानिकों की चिंता की वजह