Rajasthan Vidhansabha Election 2023 : राजस्थान के बूंदी जिले में सत्ता मे भागीदारी के लिए राजस्थान विधानसभा चुनाव में क्षत्रियों के लिए 75 सीटे पर दावेदारी जताते हुए क्षत्रिय करणी सेना परिवार के राष्ट्रीय अध्यक्ष डॉ. राज शेखावत ने बूंदी में 8 अक्टूबर रविवार को जयपुर में होने वाले क्षत्रिय एकता महापड़ाव को लेकर पत्रकार वार्ता आयोजित किया गया.
Trending Photos
Rajasthan Vidhansabha Election 2023 : राजस्थान के बूंदी जिले में सत्ता मे भागीदारी के लिए राजस्थान विधानसभा चुनाव में क्षत्रियों के लिए 75 सीटे पर दावेदारी जताते हुए क्षत्रिय करणी सेना परिवार के राष्ट्रीय अध्यक्ष डॉ. राज शेखावत ने बूंदी में 8 अक्टूबर रविवार को जयपुर में होने वाले क्षत्रिय एकता महापड़ाव को लेकर पत्रकार वार्ता आयोजित किया गया. जिसमें क्षत्रिय प्रभुत्व वाली सीटों पर दोनों प्रमुख राजनैतिक दलों से प्रतिनिधित्व नहीं मिलने पर इन्होंने क्षत्रिय करणी सेना द्वारा निर्दलीय चुनाव लडने की भी बात कही.
पत्रकारों को संबोधित करते हुए राष्ट्रीय अध्यक्ष डॉ. राज शेखावत ने कहा कि क्षत्रियों की प्रमुख 26 मांगों को लेकर जयपुर में होने वाले महापड़ाव में प्रदेश और देशभर से लाखों क्षत्रिय शामिल होंगे. पत्रकार वार्ता में जानकारी देते हुए राष्ट्रीय अध्यक्ष डॉ. राज शेखावत ने बताया कि राजनैतिक पार्टिया सालो से क्षत्रियों की उपेक्षा करती आई है. यह अब नहीं चलेगा इसका बीड़ा क्षत्रिय करणी सेना ने उठाया है और क्षत्रिय करणी सेना परिवार के द्वारा समस्त क्षत्रियों की अध्यक्षता में जयपुर मे क्षत्रिय एकता महापड़ाव की तैयारियां की जा रही है.
यह भी पढ़े- Rishi sunak success story: मेडिकल शॉप पर काम करने वाला साधारण सा लड़का इस तरह बना ब्रिटेन का प्रधानमंत्री
इस महापड़ाव का क्षत्रियों के और समस्त सनातनियों के हितों की तरफ सरकार का ध्यान आकर्षित करना है. महापड़ाव का मुख्य उद्देश्य आने वाले विधानसभा चुनावों में क्षत्रियो की ज़्यादा से ज़्यादा भागीदारी सुनिश्चित करना है. उपरोक्त माँगो पर सहमति बना कर ही महापड़ाव की पूर्णाहुति की जाएगी. सहमति नहीं बनने पर चुनावों में क्षत्रियों द्वारा करारा जवाब इन राजनैतिक पार्टियों को दिया जाएगा. पत्रकार वार्ता में संजय सिंह झाला, आशीष सिंह तोमर तथा हिम्मत सिंह तंवर भी मौजुद रहें.
यह भी पढ़े- success story: बेटी को चैंपियन बनाने के लिए पिता ने लगा दी सारी जमा पूंजी, छोड़ दिया गांव