Rajiv Gandhi Rural Olympic Games: मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने ग्रामीण क्षेत्र की प्रतिभाओं को बढ़ावा देने के लिए खेलों की शुरुआत की है, जो सराहनीय है. इन प्रतियोगिताओं के माध्यम से ग्रामीण क्षेत्रों में खेलों के प्रति जागरूकता बढ़ेगी.
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Churu: राजस्थान में ग्रामीण ओलंपिक खेलों का आयोजन होना खिलाड़ियों के लिए सकारात्मक साबित हुआ है. तमाम अभावों को नजरअंदाज करते हुए खिलाड़ियों ने अपनी जीत का परचम लहराया है. इतना ही नहीं बल्कि यह खिलाड़ी प्रदेश और देश के लिए खेलने का भी जज्बा रखते है.
राजीव गांधी ग्रामीण ओलंपिक खेलों में पंचायत और ब्लॉक स्तर पर अपनी टीम को जीत हासिल करवाने के बाद अब जिला स्तर पर खेलने की तैयारी में जुटी है. खिलाड़ी रेखा ईद का कहना है कि खेलने के लिए हमें पर्याप्त सुविधाएं तो नहीं मिल पाती है, उसके बावजूद भी हमारा खेलने का जज्बा बना हुआ है. 3 साल की बच्ची को साथ लेकर खेलने के लिए जाती है. पहले भी कबड्डी के खेल में जिला स्तर और बीकानेर का नाम रोशन कर चुकी है और अभी भी यह महिला खिलाड़ी अपनी छोटी बच्ची के लालन-पालन के साथ-साथ खेतों में काम भी करती है.
साथ ही अपनी टीम को जिला स्तरीय तैयारी के लिए गांव के ही मैदान में खेल का अभ्यास भी कर रही है. रेखा सेठ के साथ उसकी सहेलियां भी कबड्डी की टीम को जीत हासिल करने के लिए खेल मैदान में अभ्यास करती है. इनका कहना है कि हमारे जिले की खिलाड़ी कृष्णा पूनिया ने देश ही नहीं विदेशों में भी अपने खेल का डंका बजाया है. हम भी उन्हीं के नक्शे कदम पर चल कर खेल के क्षेत्र में नए आयाम स्थापित करने की मंशा रखते है.
इन लड़कियों के खेलने की रूचि, जज्बा और उनकी लगन और मेहनत को देखकर ग्रामीण भी काफी खुश है. बुजुर्गों ने भी अपनी सोच बदल ली है. इनका कहना है कि खेलेगी तभी आगे बढ़ेगी. किसी प्रकार की खेलों को लेकर ग्रामीण क्षेत्रों में भी महिला खिलाड़ियों के साथ रोक-टोक नहीं की जाती है बल्कि उनको प्रोत्साहित किया जाता है और खेलों में भाग लेकर अपने क्षेत्र का नाम रोशन करने के लिए प्रोत्साहित किया जाता है.
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राजीव गांधी ग्रामीण ओलंपिक खेलों में ब्लॉक स्तर पर खेलने के बाद अब जिले में अपना दमखम दिखाने के लिए बालिकाओं की टीम दिन-रात प्रयास कर रही है. बीदासर तहसील की ग्राम पंचायत दुंकर की बालिकाओं की तीन टीमों ने जिले में खेलने के लिए जगह बनाई है. बालिका खिलाड़ियों का कहना है कि हमारी टीम दिन रात मेहनत कर रही है, जिससे हम जिले में भी जीत हासिल कर सकें.
सामाजिक कार्यकर्ता मांगीलाल जाट का कहना है कि मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने ग्रामीण क्षेत्र की प्रतिभाओं को बढ़ावा देने के लिए खेलों की शुरुआत की है, जो सराहनीय है. इन प्रतियोगिताओं के माध्यम से ग्रामीण क्षेत्रों में खेलों के प्रति जागरूकता बढ़ेगी. बता दें कि ग्राम पंचायत दुंकर की टीम में राखी सिद्ध नाम की एक महिला खिलाड़ी ऐसी भी है, जिसके एक तीन वर्षीय बच्ची है.
राखी ने बताया कि उसका खेलों में बचपन से ही रुझान था. बचपन में स्कूल की पढ़ाई के साथ-साथ कबड्डी भी खेलती थी. शादी के बाद भी पढ़ाई जारी है और खेलकूद प्रतियोगिता में भी हिस्सा लेती हूं. साथ ही परिवार के साथ खेती बाड़ी का काम भी करती हूं. मेरी तीन साल की एक बेटी भी है. पीहर और ससुराल वालों ने एक बेटे की तरह खेलों में मेरा हमेशा सहयोग किया है. पंचायत की तीन टीमों ने राजीव गांधी ग्रामीण ओलंपिक खेल में जीतकर जिला स्तर पर खेलने के लिए जगह बनाई है.
इस दौरान ग्रामीणों ने बालिका खिलाड़ियों का हौसला बढ़ाया. समाज सेवी नेमाराम ने कहा कि हमारी पंचायत की लड़कियों ने ब्लॉक स्तर पर अच्छे खेल खेले हैं, हमें पूरा विश्वास है कि अब जिले में भी अच्छा खेलेंगी. वहीं टीम कप्तान भगवानी सिद्ध ने कहा कि हम सुबह तीन घंटे और शाम को 2 घंटे खेल मैदान में अभ्यास करते है. वर्ष 2020 में हमारी टीम को जिला स्तर पर खेलने का मौका मिला. वहां पर हमने जीत हासिल की और संभाग स्तर पर बीकानेर खेलने गए, वहां पर हमारी टीम तीसरे स्थान पर रही.
सामाजिक कार्यकर्ता सहिनाथ सिद्ध ने बताया कि बालिकाओं ने शानदार प्रदर्शन करते हुए खेल को खेल की भावनाओं से खेला. ग्रामीण ओलोम्पिक में खेलों से खिलाड़ियों का हौंसला बढ़ा हैं. आगे खेलने के उत्सव और उमंग से लबरेज खिलाड़ी अपने क्षेत्र का ही नहीं देश का नाम रोशन करेंगे और निश्चय ही राज्य सरकार के ग्रामीण ओलंपिक खेल खिलाड़ियों के लिए मील का पत्थर साबित होंगे.
वहीं ग्रामीण अभिभावकों को भी खेलों के महत्व की जानकारी होने से वे भी बच्चों को खेलों के लिए प्रेरित कर रहे हैं. बालिकाओं की टीम द्वारा लगातार मैचों पर जीत हासिल कर हमारी ग्राम पंचायत का खेलों के अंदर नाम किया है. ग्रामीणों ने कहा कि विलुप्त हो रहे खेलों के लिए ग्रामीण ओलोम्पिक खेल प्राणवायु का काम करेंगे. अब हर गांव से खिलाड़ी निकलेंगें खास तौर से बालिकाओं के लिए ग्रामीण ओलम्पिक खेल किसी वरदान की तरह साबित होगा.
Reporter: Gopal Kanwar
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