Dausa News: दौसा कोतवाली थाना पुलिस ने रफीक अहमद की हत्या कर शव दफनाने के मामले में आज फिर से मजिस्ट्रेट कार्रवाई के बाद कब्र खोदकर शव को बाहर निकाला और मौके पर ही मेडिकल बोर्ड से पोस्टमार्टम करवाया गया. उसके बाद शव को फिर से कब्र में दफना दिया गया.
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Rajasthan News: दौसा निवासी रफीक अहमद की 15 अगस्त को मौत हुई थी और 18 सितंबर को उसकी बेटी रुकसाना ने कोतवाली थाने में एक एफआईआर दर्ज करवाई, जिसमें आरोप लगाया कि रफीक के बेटे बहू उसके साथ मारपीट करते थे और उन्होंने जहर देकर उसके पिता की हत्या कर दी और आनन फानन में शव को दफना दिया. जब पुलिस को यह शिकायत मिली, तो पुलिस भी सदमे में आ गई, लेकिन बेटी का आरोप गंभीर था. ऐसे में पुलिस ने शव को कब्र से बाहर निकालने की मजिस्ट्रेट से परमिशन ली और इसके बाद आज पोस्टमार्टम की कार्रवाई की गई.
बहु बेटे पर मारपीट और जहर देकर हत्या का आरोप
अब रफीक अहमद की पोस्टमार्टम की रिपोर्ट उसकी मौत के राज उगलेगी. रफीक अहमद की बेटी रुकसाना पिता के लिए न्याय मांग रही है. बेटी के आरोप गंभीर है और वह किसी अन्य पर नहीं बल्कि खुद रफीक अहमद के बेटे और बहू पर है. हालांकि, इस कृत्य में उनके कुछ रिश्तेदार पर भी साथ देने का आरोप लगाया गया है, जिनकी भी पुलिस जांच पड़ताल में जुटी हुई है.
अब पोस्टमार्टम रिपोर्ट से साफ होगी मौत की वजह
रफीक अहमद के दो बेटे हैं एक रहुफ अहमद और दूसरा वसीम खान रहुफ अहमद का रफीक के जीवन काल में ही इंतकाल हो गया था. ऐसे में रफीक अहमद वसीम खान के पास ही रहते थे. बेटी रुकसाना ने आरोप लगाए हैं कि वसीम खान और उसकी पत्नी नरूबजा व पुत्र अमन असामाजिक और आपराधिक प्रवृत्ति के हैं और वह पिता रफीक अहमद के साथ मारपीट कर उन्हें प्रताड़ित करते थे. ऐसे में मुझे शक है इन्होंने संभवत्या जहर देकर उनकी हत्या की है और हत्या के बाद शव को आनन फानन में दफना दिया गया. अब पुलिस जांच के बाद ही साफ होगा कि रफीक अहमद की हत्या हुई है या फिर प्राकृतिक मौत.
रिपोर्टर- लक्ष्मी शर्मा
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