प्रदेश कांग्रेस मुख्यालय में अध्यक्ष चुनाव में वोट देने पहुंचे गहलोत ने कहा कि मेरे गांधी परिवार के रिश्ते तर्क से परे हैं. एक बार विनोबा भावे ने कहा था कि मेरे और गीता माता के संबंध तर्क से परे हैं. उसी तरह मेरे और गांधी परिवार का रिश्ता तर्क से परे है. गांधी परिवार से मेरा रिश्ता विनोबा भावे और गीता की तरह ही तर्क से परे हैं. गांधी परिवार से वो रिश्ता पहले भी था है और रहेगा.
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Jaipur: राजस्थान में सियासी घमासान के बाद के बाद मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के गांधी परिवार से रिश्तों को लेकर चल रही चर्चाओं पर पहली बार मुख्यमंत्री अशोक ने बड़ा बयान दिया है.
प्रदेश कांग्रेस मुख्यालय में अध्यक्ष चुनाव में वोट देने पहुंचे गहलोत ने कहा कि मेरे गांधी परिवार के रिश्ते तर्क से परे हैं. एक बार विनोबा भावे ने कहा था कि मेरे और गीता माता के संबंध तर्क से परे हैं. उसी तरह मेरे और गांधी परिवार का रिश्ता तर्क से परे है. गांधी परिवार से मेरा रिश्ता विनोबा भावे और गीता की तरह ही तर्क से परे हैं. गांधी परिवार से वो रिश्ता पहले भी था है और रहेगा.
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राजस्थान सीएम बदलाव पर आगे क्या होगा के सवाल पर गहलोत ने बोले आप लोग मेरी चिंता करते हो, आगे क्या होगा? गांधी परिवार से मेरे रिश्ते कैसे रहेंगे, इस पर मैंने आपको जवाब दे दिया. 19 के बाद भी मेरे रिश्ते वो ही रहेंगे, जो 50 साल से रहे हैं.
मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने कहा कि मैंने मल्लिकार्जुन खड़गे के पक्ष में वोट की अपील इसलिए की थी क्योंकि मैं उनका प्रस्तावक बना था. प्रस्तावक मत देने की अपील कर सकता है. इसमें किसी भी प्रकार के नियमों का उल्लंघन नहीं था.