NIA Delhi/jaipur: NIA द्वारा दर्ज PFI मामले में बड़ा खुलासा हुआ है. निजामाबाद से गिरफ्तार कर्राटे टीचर का खौफनाक कबूलनामा सामने आया है. केंद्रीय जांच एजेंसियों ने कट्टरपंथी संगठन PFI के कई ठिकानों पर एक साथ छापा मारा है. ये छापे देश के 10 राज्यों में चल रहे हैं
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Big Disclosure of NIA Delhi/jaipur: NIA द्वारा दर्ज PFI मामले में बड़ा खुलासा हुआ है. निजामाबाद से गिरफ्तार कर्राटे टीचर का खौफनाक कबूलनामा सामने आया है. कर्राटे की आड़ में आतंक की ट्रेनिंग दी जा रही थी. नान-चॉक, चाकू, लोहे की रॉड और दरांती के जरिए मौत के घाट उतारने की ट्रेनिंग PFI लीडर्स के कहने पर ही अब्दुल कादर द्वारा दी जाती थी. कादर ने घर की छत पर ट्रेनिंग सेंटर तैयार किया था. इस ट्रेनिंग सेंटर में अलग-अलग बैच में 5 दिन की आतंकी ट्रेनिंग दी जाती थी.
चंदे के तौर पर लोगों से कैश में मोटी रकम मिलती थी
इसके लिए PFI अब्दुल कादर को हर महीने मोटी रकम देता था. हथियारों की ट्रेनिंग देने के अलावा वहां हेट स्पीच के जरिए नौजवानों का ब्रेनवॉश भी किया जाता था, उन्हें एक विशेष धर्म के प्रति भड़काया जाता था. इस ट्रेनिंग कैंप में सिर्फ विशेष समुदाय के नौजवानों को ही ट्रेनिंग दी जाती थी. अब्दुल कादर ने ये भी बताया कि चंदे के तौर पर लोगों से कैश में मोटी रकम हर महीने देश भर से इक्क्ठा की जाती थी. अब्दुल कादर की निशानदेही पर ही 4 अन्य PFI लीडर की गिरफ्तारी की गई थी.
ये छापे देश के 10 राज्यों में चल रहे हैं
केंद्रीय जांच एजेंसियों ने कट्टरपंथी संगठन PFI के कई ठिकानों पर एक साथ छापा मारा है. ये छापे देश के 10 राज्यों में चल रहे हैं. जिसमें केरल के अलावा तमिलनाडु, तेलंगाना कर्नाटक और उत्तर प्रदेश शामिल हैं. जयपुर में MD रोड स्थित PFI ऑफिस भी टीम आई थी, बारां में भी NIA की टीम के एक्शन की खबर हैं. कोटा शहर के विज्ञान नगर और कोटा ग्रामीण के सांगोद में कई ठिकानों पर NIA ने दबिश दी है. कोटा के सांगोद में PFI पदाधिकारी आसिफ मिर्जा पर शिकंजा कसा गया है. आशिफ मिर्जा के परिजनों से सांगोद में पूछताछ की गई हैं.
40 लोगों की टीम बारां में की छापेमारी
वहीं, एनआईए की 40 लोगों की टीम बारां में छापेमारी कर रही है. बारां में शहर के नयापुरा से सादिक हुसैन सराफ गिरफ्तार किया है. एसडीपीआई का जिला सचिव है सादिक हुसैन. उदयपुर में पीएफआई से जुड़े दो युवकों को हिरासत में लेने की खबर है. सलीम और इरफान नाम के युवकों को हिरासत लिया गया है. एनआईए की टीम ने देर रात खांजीपीर इलाके से लिया हिरासत में. हालांकि आधिकारिक रूप से पुष्टि नहीं हो रही है. उधर इस मामले में प्रदेश में सियासत शुरू हो गई हैं. एक तरफ जहां बीजेपी इसे सही कार्रवाई बता रही हैं, वहीं कांग्रेस छापेमारी पर सवाल उठा रही है.
सालों से थी तलाश
गृहमंत्रालय भारत सरकार की नजर सोशल मीडिया पर सक्रिय PFI समर्थकों पर कई सालों से थी. गृह मंत्रालय पीएफआई की जानकारी जुटा रहा था. मंत्रालय के निदेशक ने CS और DGP को पत्र लिखा था. PSU कर्मचारियों की सोशल मीडिया प्लेटफार्म पर सक्रियता गृह मंत्रालय के सामने आई. कई आपत्तिजनक पोस्ट टि्वटर या अन्य सोशल मीडिया पर कर रहे थे. आपत्तिजनक पोस्ट से धार्मिक आधार पर सोसाइटी में विभाजन की कोशिश की जा रही थी. राज्य सरकार को ऐसे तत्वों पर कार्रवाई के भी दिए गए थे.
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