राजस्थान न्यूज: केरल में सॉर्स कॉव 2 जेएन. 1 वैरिएंट के रोगी पाए गए हैं. ऐसे में निर्देश दिए गए कि प्रदेश के चिकित्सा संस्थानों में आने वाले आईएलआई एवं श्वसन रोगों से पीड़ित रोगियों की सतत निगरानी की जाए.
Trending Photos
Corona JN.1 Variant: कोरोना का नया वैरिएंट जेएन1 सामने आने के बाद चिकित्सा विभाग एसीएस शुभ्रा सिंह ने केंद्र की गाइडलाइन को लेकर अधिकारियों के साथ बैठक ली. जिसमें एसीएस शुभ्रा सिंह ने निर्देश दिए हैं कि केरल में सॉर्स कॉव 2 जेएन. 1 वैरिएंट के रोगी पाए गए हैं. ऐसे में प्रदेश के चिकित्सा संस्थानों में आने वाले आईएलआई एवं श्वसन रोगों से पीड़ित रोगियों की सतत निगरानी की जाए एवं आवश्यकतानुसार जांच के लिए सैंपल लिए जाएं. रोगियों की सूचना प्रतिदिन आईएचआईपी पोर्टल पर अपलोड किए जाने के भी निर्देश दिए.
शुभ्रा सिंह सचिवालय चेंबर में कोविड-19, आईएलआई तथा एसएआरआई रोगों की समीक्षा कर रही थीं. बैठक में निदेशक जन स्वास्थ्य डॉ. रवि प्रकाश माथुर, अतिरिक्त निदेशक ग्रामीण स्वास्थ्य रवि प्रकाश शर्मा, राज्य नोडल अधिकारी व एसएमएस मेडिकल कॉलेज के माइक्रोबॉयोलोजी विभाग के प्रतिनिधि मौजूद रहे. बैठक में बताया गया कि केरल में पाये गये सॉर्स कॉव-2 जेएन. 1 वैरिएंट का प्रदेश में एक भी रोगी चिन्हित नहीं हुआ है.
अतिरिक्त मुख्य सचिव ने कहा कि प्रदेश में इस वैरिएंट का एक भी रोगी सामने नहीं आया है, लेकिन एहतियातन समस्त चिकित्सा संस्थानों में रोगियों के उपचार के लिए आवश्यक आइसोलेशन बैड, ऑक्सीजन बैड, आईसीयू बैड, वेन्टीलेटर, दवाइयों एवं जांच सुविधा आदि की उपलब्धता सुनिश्चित की जाए.
सिंह ने कहा कि संयुक्त निदेशक-जोन, मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी, आईडीएसपी टीम आईएलआई एवं एसएआरआई रोगियों की निगरानी रखें और ऐसे रोगियों की जांच कराई जाए. किसी जिले में कोविड पॉजिटिव रोगी पाये जाने पर उसका सैम्पल जीनोम सिक्वेंसिंग हेतु लैब में भिजवाया जाना सुनिश्चित करें. यह सुविधा जयपुर, जोधपुर एवं कोटा में उपलब्ध है.
ये भी पढ़ें-
राजस्थान: गैंगस्टर आनंदपाल के भाई सहित चाचा को कोर्ट ने सुनाई दो-दो साल की सजा