नेता प्रतिपक्ष गुलाबचंद कटारिया ने कहा कि 25 करोड़ की एक भी कोई ऐसी योजना जो इस सरकार ने की हो और वह पूरी हो गई हो, सिर्फ सिर्फ केंद्र के बजट पर पूरी हुई योजनाओं को अपनी बता कर वाह वाही लूटने का काम हो रहा है.
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Gulabchand Kataria targeted CM Gehlot: राज्य सरकार 17 दिसम्बर को चार साल पूरे होने पर प्रदर्शनी और जनसम्पर्क विभाग के जरिए उपलब्धियां जनता तक पहुंचाएगी. वहीं दूसरी ओर नेता प्रतिपक्ष गुलाबचंद कटारिया ने इस पर निशाना साधा है. कटारिया ने कहा कि 17 दिसंबर को सरकार बड़े-बड़े विज्ञापनों के जरिए अपनी योजनाओं का बखान करेगी , लेकिन पहले वह यह बताएं कि 25 करोड़ की एक भी कोई ऐसी योजना जो इस सरकार ने की हो और वह पूरी हो गई हो, सिर्फ सिर्फ केंद्र के बजट पर पूरी हुई योजनाओं को अपनी बता कर वाह वाही लूटने का काम हो रहा है.
भाजपा प्रदेश कार्यालय में मीडिया से बात करते हुए नेता प्रतिपक्ष गुलाबचंद कटारिया ने कहा कि बीजेपी की ओर से निकाली जा रही जन आक्रोश यात्रा प्रदेश की जनता के गुस्से का प्रकटीकरण है. सरकार से हर वर्ग परेशान हैं और सब में गुस्सा है, जो जन आक्रोश यात्रा में दिखाई दे रहा है. यह हमारी नहीं बल्कि पूरे राजस्थान की पीड़ा है , फिर चाहे वो नौजवान हो , चाहे किसान हो , व्यापारी हो या फिर सामान्य नागरिकों सभी की पीड़ा है.
कटारिया ने कहा कि 17 दिसंबर को सरकार बड़े-बड़े विज्ञापन जारी करके अपनी योजनाओं की वाहवाही लूटी जाएगी, लेकिन सरकार से सवाल है कि कोई एक भी 25 करोड़ की योजना बता दें जो सरकार ने अपने चार बजट में की हो और उसे अपने खर्चे पर पूरा करके आम जनता को लाभ दिया. उन्होंने कहा कि ये जो घोषणा हो रही है वह सब केंद्र सरकार की ओर से मिले हुए फंड पर पूरी हुई है फिर मेडिकल कॉलेज की घोषणा हो या फिर अन्य, इतना ही नहीं इस सरकार ने सिर्फ योजनाओं का नाम बदलकर अपना नाम देकर वाहवाही लूटने का काम किया है.
नेता प्रतिपक्ष गुलाबचंद कटारिया ने कहा कि कांग्रेस गहलोत सरकार 4 साल पूरे करने जा रही है, लेकिन जिन वादों पर सरकार सत्ता में आई उनमें से कोई वादा पूरा नहीं हुआ. बेरोजगार अपने आप को ठगा सा महसूस कर रहे हैं, बेरोजगार बच्चों की पीड़ा सरकार ने नहीं समझी रही है. कटारिया ने कहा कि पेपर आउट होने से युवाओं के साथ धोखा हुआ. उस दर्द को गहलोत सरकार नही समझ पा रही है. उन्होंने कहा कि बेरोजगारी में राजस्थान कभी नंबर वन तो कभी नंबर दो पर आ रहा है.
गुलाबचंद कटारिया ने कहा कि सरकार जल्द ही अपना पांचवां बजट पेश करने जा रही है , लेकिन सब जानते हैं कि यह बजट सिर्फ और सिर्फ ताली बजाने के लिए होता है. सरकार चाहे बीजेपी की हो या कांग्रेस की हो, पांचवे बजट की घोषणा है. इसकी घोषणाएं कभी भी धरातल पर नहीं उतरती है और ना ही उसका कोई लाभ आम आदमी को मिलता है.
कटारिया ने कहा कि सरकारी आंकड़ों में 1 लाख 25 हजार को नौकरी देने की बात कही, जबकि 40 हजार से ज्यादा कर्मचारी रिटायर हो गए। संविदा कर्मचारियों को नियमित नहीं किया गया बल्कि उनके लिए नियम बना दिए गए. दस, बीस और तीस हजार के मानदेय पर संविदा कर्मचारी कैसे काम करेंगे और कैसे परिवार को पालेंगे.
डबल लॉकर से पेपर आउट कैसे ?
लगातार पेपर लीक मामलों पर कटारिया ने कहा कि यह समझ से परे है कि डबल लॉकर में रखे पेपर किस तरह से आउट हो रहे हैं और उससे भी बड़ी बात कि जो लोग पेपर लीक में शामिल हैं , उनके खिलाफ सरकार कोई कार्रवाई नहीं कर रही है. कटारिया ने कहा को जिस तरह से एक के बाद एक पेपर राजस्थान में लीक हुए हैं, उससे अब युवाओं का भरोसा उठने लगा है.
कटारिया ने कहा कि घोषणा पत्र में किसानों को लेकर बड़ी-बड़ी बातें की गई थी. किसानों को बिजली कनेक्शन देने , पर्याप्त समय पर बिजली उपलब्ध कराने , सस्ती बिजली उपलब्ध कराने की घोषणा की गई , लेकिन इनमें से कोई भी घोषणा पूरी नहीं हुई . आज किसानों को 4 से 5 घंटे भी पर्याप्त बिजली नहीं मिल रही है.
रात रात भर किसानों को खेतों को पानी पिलाना पड़ रहा है और उससे भी बड़ी बात प्रदेश के आम उपभोक्ता को आज देश में सबसे महंगी बिजली के भार को झेलना पड़ रहा है. आज भी किसानों के लाखों फाइल बिजली कनेक्शन के पेंडिंग पड़े हैं लेकिन सरकार किसानों को बिजली कनेक्शन तक उपलब्ध नहीं करा पा रही है .
नेता प्रतिपक्ष गुलाबचंद कटारिया ने नाबालिग बच्चियों के रेप के मामलों को झूंठा बताने पर गहलोत सरकार और पुलिस पर सवाल उठाए। कटारिया ने कहा कि 1350 से ज्यादा मामले नाबालिग बच्चों से दुष्कर्म के झूठे बताए गए इससे बड़ा दुर्भाग्य क्या होगा और उसमें भी 40 फीसदी मामले मेवात के हैं. यह गहलोत सरकार के तुष्टीकरण का नमूना है.
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दुष्कर्म की दृष्टि से राजस्थान 2 साल से पहले नम्बर पर है. लॉ एंड ऑर्डर की भयावह स्तिथि है. वर्ष 2020 से 2022 तक मुकदमो में 22 फीसदी हुई वृद्धि है, बलात्कार और ST SC मामलों में बेहताशा बढ़ोत्तरी हो रही है. मुख्यमंत्री को सरकार बचाने से फुर्सत नहीं है, जनता भगवान भरोसे है. लोगों को बेरहमी से लूटा जा रहा है.