खेत में पड़े मिले युवक-युवती, गले पर पाए गए कट के निशान
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खेत में पड़े मिले युवक-युवती, गले पर पाए गए कट के निशान

कोटपुतली थाना छेत्र की ग्राम पंचायत बसई में स्थित एक खेत में घायल अवस्था में युवक- युवती पड़े मिले है. दोनों के गले पर धारदार हथियार से काटे हुए कट के निशान पाए गए. 

खेत में पड़े मिले युवक-युवती, गले पर पाए गए कट के निशान

Kotputli: जयपुर के कोटपुतली थाना छेत्र की ग्राम पंचायत बसई में स्थित एक खेत में घायल अवस्था में युवक- युवती पड़े मिले है. दोनों के गले पर धारदार हथियार से काटे हुए कट के निशान पाए गए. ग्रामीणों की सूचना पर मौके पर पहुंची पुलिस ने दोनों घायलों को गंभीर हालत में कोटपूतली के राजकीय बीडीएम अस्पताल में भर्ती करवाया, जहा युवती की हालत गंभीर बताई गई.

राजकीय बीडीएम अस्पताल के ट्रॉमा सेंटर में दोनों को प्राथमिक उपचार दिया गया. प्रथम दृष्टया प्रेम-प्रसंग के मामले की बात सामने आ रही है. दोनों ही युवक-युवती भालोजी और बसई गांव के रहने वाले हैं. 

जानकारी के अनुसार, बसई गांव निवासी युवक और नाबालिग दोनों अपने घर कल शाम से लापता हुए थे, जिसके बाद परिजन इनकी तलाश में जुटे थे. नाबालिक कल अपने पिता के साथ निजी कॉलेज में परीक्षा देने आई थी. परीक्षा खत्म होने के बाद नाबालिका कॉलेज के पिछले दरवाजे से निकलकर लापता हो गई थी.

वहीं, आज सुबह बसई गांव में कुछ दूर स्थित खेत में दोनों घायल अवस्था मे पड़े हुए थे. उनके गले पर कट के निशान थे और जमीन पर खून बिखरा हुआ था. खेत के पास से गुजर रहे ग्रामीणों ने दोनों को घायल अवस्था में पड़ा देखा तो अन्य ग्रामीणों को इसकी जानकारी दी. इस पर बड़ी संख्या में ग्रामीण मौके पर एकत्रित हो गए. सूचना पर मौके पर पहुंची पुलिस ने दोनों घायलों को बीडीएम अस्पताल में भर्ती कराया.

बीडीएम अस्पताल में ट्रॉमा सेंटर में प्राथमिक इलाज देने के बाद अस्पताल प्रबंधन की बड़ी लापरवाही सामने आई. अस्पताल में पुलिस को काफी देर तक चिकित्सकों के आने का इंतजार करना पड़ा. साथ हीं, अस्पताल में बिजली गुल थी. वही दोनों का OT में ऑपरेट करना था, लेकिन OT की चाबी नहीं मिलने से करीब आधा घंटे तक घायल उपचार के लिए तड़पते रहे.

बिजली नहीं आने की व्यवस्था पर जरनेटर चलाने की बात कही तो जरनेटर में डीजल नहीं था. वहीं, मौके पर पहुंची डीएसपी संध्या यादव ने अस्पताल के स्टाफ को लताड़ लगाई और अस्पताल गाड़ी भिजवाकर चिकित्सक को बुलवाया. इसके बाद दोनों का उपचार शुरू किया गया.

वहीं, भाजपा नेता मुकेश गोयल ने भी घटना की जानकारी पाकर अस्पताल पहुंचे, जहा अस्पताल के हालत देखकर उन्होंने कहा कि केवल नाम का जिला अस्पताल है. यहां सुविधाओं के नाम पर केबल दिखावा है. इस अस्पताल में केवल मरीज रेफर होने के लिये भर्ती होते है. अस्पताल की व्यवस्था देखकर ग्रामीणों में भी इसका विरोध किया. वहीं, पीएमओ अश्वनी गोयल ने बताया जरनेटर तीन चार दिन से खराब पड़ा, जिसकी जगज दूसरा जरनेटर मंगवाया है, जो मेन्युवल है, जिसे चलाने के लिए अलग से स्टाफ की जरूतर पड़ती है और आज संडे होने से चिकित्सक रूम पर थे, जिन्हें फोन कर बुला लिया गया और दोनो का इलाज कर दिया गया है. अब दोनों खतरे से बाहर है. इधर पुलिस फिलहाल मामले की जांच में जुटी है. 

Reporter- Amit Yadav 

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