राजस्थान ग्रामीण आजीविका विकास परिषद की ओर से सोमवार को उदयपुर कलेक्ट्रेट पर धरना दिया गया. जिसमें कर्मचारियों ने मांग पूरी नहीं होने तक अनिश्चकाल तक कार्य बहिष्कार की चेतावनी दी. राजीविका परियोजना में लगी आरपीआरपी महिला कार्यकर्ताओं ने काम का बहिष्कार करना शुरू कर दिया है. कार्यकर्ता ने अपनी 7 सूत्रीय मांगों को लेकर अनिश्चित कालीन कार्य का बहिष्कार किया हैं.
बता दे कि राजस्थान ग्रामीण आजीविका विकास परिषद में कार्यरत महिला कार्यकर्ता आरपीआरपी का आरोप है कि पहले कार्य बहिष्कार किया था, जब विभाग ने समझौते में सहमति दी थी, लेकिन सात महीने बीत जाने के बाद भी कोई कार्रवाई नहीं हुई है. ऐसे में मजबूर होकर सभी को आंदोलन पर उतरना पड़ा है.
आक्रोशित कार्यकर्ताओं ने नारेबाजी कर आक्रोश जताया. कार्यकर्ताओं का आरोप है कि पूर्व में कार्य बहिष्कार के दौरान 1800 कार्मिक थे, लेकिन राजस्थान कंट्रीचुल हार्निग टू सिविल पोस्ट रूल्स 2022 के तहत विभाग ने लगभग 1200 कार्मिक को ले लिया है. वहीं राजीविका के धरातल लेवल पर कार्यरत आरपीआरपी कर्मचारियों को छोड़ दिया है, जिससे गरीब महिलाओं के घर चलाना मुश्किल हो गया है. सरकार एक तरफ गरीबी उन्मूलन की बात करती है, वहीं दूसरी तरफ बेरोजगारी की ओर धकेल रही है.
क्या है राजीविका परियोजना
राजस्थान ग्रामीण आजीविका विकास परिषद ( Rajasthan Grameen Aajeevika Vikas Parishad ) है. इस योजना को लागू करने का मुख्य उद्देश्य गांव की गरीब महिलाओं को गरीबी रेखा से ऊपर उठाना है! इस योजना के तहत ग्रामीण महिलाओं को आर्थिक सहायता देना है जिस से महिलाएं लघु कार्य कर सके जैसे– सिलाई का कार्य, पापड़ बनाना इत्यादि.