Lok Sabha Election 2024 : पार्टी को पहले ही बताया था, कि मैं नहीं लड़ूंगा चुनाव - सुदर्शन सिंह रावत
Advertisement
trendingNow1/india/rajasthan/rajasthan2178344

Lok Sabha Election 2024 : पार्टी को पहले ही बताया था, कि मैं नहीं लड़ूंगा चुनाव - सुदर्शन सिंह रावत

Rajasthan Politics : राजसमंद से कांग्रेस नेता सुदर्शन सिंह रावत के चुनाव लड़ने से इंकार करने के बाद, कई तरह की बातें सामने आ रही हैं. इस सब पर रावत ने खुलकर बात की है.

 

Lok Sabha Election 2024

Rajasthan Lok Sabha Election 2024 : कांग्रेस नेता सुदर्शन सिंह रावत (Sudarshan Singh Rawat) ने राजसमंद से चुनाव लड़ने से इनकार कर दिया है. इसके बाद पार्टी ने हालांकि अभी तक दूसरा प्रत्याशी घोषित नहीं किया है. लेकिन इस पूरे मामले में गफलत क्यों हुई, इसको लेकर सवाल उठ रहे हैं. वहीं, पूर्व विधायक सुदर्शन रावत का कहना है, कि वह पार्टी को पहले ही इस बात से अवगत करा चुके थे, कि वे चुनाव लड़ने की स्थिति में नहीं हैं, और पार्टी भी उनकी बात से सहमत थी. 

रावत का कहना है, कि इसके बाद क्यों गफलत हुई, किसके कहने से टिकिट जारी किया गया, इस बारे में उन्हें ज्यादा जानकारी नहीं है. ज़ी राजस्थान के संवाददाता शशि मोहन जब उनसे पूछा, कि क्या आप पर बीजेपी, ईडी या इनकम टैक्स का कोई दबाव था? इस पर रावत ने कहा, कि वे लोकसभा चुनाव में पार्टी प्रत्याशी के साथ पूरी तरह कंधे से कंधा मिलाकर काम करेंगे. उन पर बीजेपी, ईडी या इनकम टैक्स का कोई दबाव नहीं है. 

कौन हैं राजसमंद प्रत्याशी सुदर्शन रावत

राजसमंद से कांग्रेस ने सुदर्शन रावत को उम्मदीवार बनाया था, लेकिन उन्होंने चुनाव लड़ने से इंकार कर दिया. इस सीट पर बीजेपी ने महिमा विशेश्वर सिंह को प्रत्याशी बनाया है. सुदर्शन रावत इससे पहले 2018 के विधानसभा चुनाव जीत चुके हैं. चुनाव में सुदर्शन रावत ने बीजेपी के हरि सिंह चौहान को 3714 वोट से हराया था. बता दें, कि उनके पिता लक्ष्मण सिंह पूर्व मंत्री रहे हैं. इतना ही नहीं, सुदर्शन सिंह रावत के दादा फतेह सिंह भी विधायक रह चुके हैं. 

क्या है चुनाव ना लड़ने की वजह

सुदर्शन रावत ने प्रदेशाध्यक्ष गोविंद डोटासरा को एक खत में लिखा, कि उन्हें उम्मीदवार बनाने से पहले रजामंदी नहीं ली गई. उन्हें उम्मीदवार बनने की जानकारी भी सोशल मीडिया से मिली. उन्होंने लिखा, कि उन्हें कारोबार के चलते दो महीने के लिए विदेश दौरे पर जाना है. ऐसे में इस तरह के फैसले उचित नहीं हैं. रावत ने प्रदेशाध्यक्ष गोविंद डोटासरा को लिखे पत्र में कहा, कि किसी योग्य व्यक्ति को राजसमंद सीट से मैदान में उतारा जाए.

Trending news