नागौर जिले के कुचेरा थाना क्षेत्र के खजवाना गांव में देर रात चोरी की नीयत से पहुंचे आधा दर्जन लोगों द्वारा एक व्यक्ति के साथ मारपीट कर भागते हुए फायरिंग करने का मामला सामने आया. वहीं फायरिंग की सूचना मिलते ही गांव में दहशत का माहौल पैदा हो गया.
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Khinvsar: राजस्थान के नागौर जिले के कुचेरा थाना क्षेत्र के खजवाना गांव में देर रात चोरी की नीयत से पहुंचे आधा दर्जन लोगों द्वारा एक व्यक्ति के साथ मारपीट कर भागते हुए फायरिंग करने का मामला सामने आया. वहीं फायरिंग की सूचना मिलते ही गांव में दहशत का माहौल पैदा हो गया. सुबह ग्रामीणों द्वारा फायरिंग की घटना और कुछ दिनों पूर्व गांव के युवक की हत्या के मामले के साथ क्षेत्र में बढ़ रहे अपराधों को लेकर और पुलिस के रवैये पर रोष जताते हुए स्टेट हाइवे पर कंटीली झाड़ियां डालकर और टायर जलाकर जाम लगा दिया और फायरिंग के आरोपियों की गिरफ्तारी की मांग को लेकर धरने पर बैठे गए.
जाम और धरने की सूचना मिलते ही कुचेरा थानाधिकारी राजपाल सिंह और मूण्डवा वृताधिकारी विजय कुमार सांखला, मूण्डवा तहसीलदार पेमाराम चौधरी मौके पर पहुंचे और ग्रामीणों से समझाइश कर जाम खुलवाने और धरना स्थल खाली करने की बात कही है. इस दौरान कुचेरा थानाधिकारी राजपाल सिंह द्वारा जबरन सड़क पर रखी कंटीली झाड़ियां हटाने लगे तो ग्रामीण भड़क गए और पुलिस और ग्रामीणों के बीच हल्की सी झड़प हो गई. इसी दौरान कुचेरा थानाधिकारी राजपाल सिंह द्वारा ग्रामीणों पर लाठीचार्ज कर दिया गया जिससे ग्रामीण अधिक भड़क गए और पुलिस पर ग्रामीणों ने पत्थराव कर दिया.
इस दौरान पुलिस द्वारा भी ग्रामीणों पर लाठीचार्ज किया गया. वहीं भावंडा थाने का एक कांस्टेबल बताया जा रहा जो सिविल ड्रेस में है वह ग्रामीणों के सिर पर जानबुझ कर वार करता हुआ दिखाई दिया. वहीं झड़प की सूचना मिलते ही नागौर पुलिस लाइन से अतिरिक्त जाब्ता बुलवाया गया. इस दौरान कुचेरा, मूण्डवा, भावंडा, नागौर थाना पुलिस के साथ अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक राजेश मीणा, पुलिस लाइन से अतिरिक्त जाब्ता पहुंचा तब जाकर ग्रामीण शांत हुए. वहीं इस झड़प में कुचेरा थानाधिकारी राजपाल सिंह सहित दो तीन पुलिसकर्मियों और लगभग एक दर्जन ग्रामीणों के चोटे आई हैं.
वहीं इस घटना की सूचना मिलते ही नागौर सांसद हनुमान बेनीवाल ने भी आईजी और डीआईजी सहित पुलिस के उच्च अधिकारियों से फोन पर बात कर मामले को संज्ञान में लेने की बात कही और ग्रामीणों से शांति व्यवस्था बनाए रखने की अपील की है. वहीं घटना की सूचना मिलते ही कुचेरा नगरपालिका अध्यक्ष तेजपाल मिर्धा, मूण्डवा नगरपालिका पूर्व अध्यक्ष घनश्याम सदावत ग्रामीणों से समझाइश के लिए धरना स्थल पर पहुंचे और ग्रामीणों के साथ वार्ता का दौर शुरू किया. इस दौरान करीब तीन घंटे चली वार्ता में नागौर अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक राजेश मीणा मौजूद रहे.
घंटों चली वार्ता में आखिरकार ग्रामीणों की मुख्य मांगे थी कि कुचेरा थानाधिकारी को हटाया जाए, देर रात हुई फायरिंग के आरोपियों की जल्द से जल्द गिरफ्तारी हो, कुछ दिन पूर्व बलवीर जाखड हत्याकांड के मामले की जांच दूसरे पुलिस अधिकारी को सौंपी जाए, खजवाना में स्थाई चौक स्थापित करने के साथ ही वर्तमान में मौजूद पुलिस चौकी के स्टाफ को बदला जाए, इस घटना क्रम में ग्रामीणों को किसी भी प्रकार से परेशान नहीं किया जाए. इन्ही मांगों को लेकर कुचेरा नगरपालिका अध्यक्ष तेजपाल मिर्धा, मूण्डवा नगरपालिका पूर्व अध्यक्ष घनश्याम सदावत, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक राजेश मीणा के बीच हुई वार्ता में सहमति बनी. इसके बाद ग्रामीणों द्वारा धरना समाप्त किया गया.
आखिर इतने क्यों भड़क गए ग्रामीण
ग्रामीणों का कहना है कि पुलिस का रवैया ठीक नहीं है, इसी के चलते जो यह घटनाक्रम हुआ उसमें कुचेरा थाना अधिकारी राजपाल सिंह द्वारा पहले ग्रामीणों के साथ लाठीचार्ज किया गया, जिसके चलते ग्रामीण भड़क गए और पुलिस पर पथराव शुरू कर दिया. वहीं पुलिस द्वारा ग्रामीणों को टारगेट करके उनके सिर पर डंडों से भी वार किए गए, जिसके कारण कई ग्रामीणों के सिर में चोटे आई है.
Reporter: Damodar Inaniya
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