दो फीट गहरे पानी के बीच से अर्थी को पहुंचाया गया श्मशान घाट, भड़के ग्रामीण
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दो फीट गहरे पानी के बीच से अर्थी को पहुंचाया गया श्मशान घाट, भड़के ग्रामीण

गुरुवार शाम बंजारों की ढाणी निवासी बुजुर्ग महिला धापू देवी बंजारा (77) की मौत के बाद श्मशान तक अंतिम यात्रा में शामिल लोगों को दो से तीन फीट पानी से होकर गुजरना पड़ा.

दो फीट गहरे पानी के बीच से अर्थी को पहुंचाया गया श्मशान घाट, भड़के ग्रामीण

Tonk: राजस्थान के टोंक में एक बुजुर्ग महिला की अंतिम यात्रा निकालते वक्त परिजनों को मजबूरी में अर्थी लेकर घुटनों तक पानी से गुजरना पड़ा. मामला देवली नासिरदा थाना क्षेत्र की हिसामपुर पंचायत में बंजारों की ढाणी का है. यहां श्मशान तक जाने वाला रास्ता कच्चा है. रास्ते में नाला पड़ता है. बरसात में रास्ता जलमग्न हो जाता है और 2 फीट तक पानी भर जाता है. नाले पर रपट या पक्की सड़क नहीं होने की वजह से अर्थी लेकर पानी से ही गुजरना पड़ता है. 

गुरुवार शाम बंजारों की ढाणी निवासी बुजुर्ग महिला धापू देवी बंजारा (77) की मौत के बाद श्मशान तक अंतिम यात्रा में शामिल लोगों को दो से तीन फीट पानी से होकर गुजरना पड़ा. मुश्किल से लोग गिरने के डर के बीच श्मशान तक पहुंचे और वृद्धा का अंतिम संस्कार किया. 

बंजारा ढाणी निवासी धापू बंजारा लंबे समय से बीमार थी. उसकी कल शाम को मौत हो गई. बाद में परिजन और लोग भी रीति-रिवाज के अनुसार उसका अंतिम संस्कार करने के लिए लोग शव यात्रा को लेकर निकल पड़े, लेकिन रास्ते में बड़े नाले ने उनकी राह मुश्किल कर दी.  इसकी वजह नाले पर रपटा और छोटा पुल नहीं होने से उसमे अभी भी दो से तीन फीट पानी भरा होना है. ये ही नहीं पूरा रास्ता ही कच्चा होने से लोग उसकी शव यात्रा लेकर कीचड़ भरे रास्ते से निकली. करीब आधा किलोमीटर के इस सफर में सबसे ज्यादा परेशानी नाले पर हुई. लोगों ने नाले को धीरे-धीरे पार किया. 

बारिश का दौर खत्म होते ही न्या रपटा बना दिया जाएगा. हिसामपुर सरपंच राजेंद्र सरपंच ने बताया कि बंजारा ढाणी से श्मशान के बीच इस नाले पर रपटा बना हुआ था. वह गत दिनों बारिश के पानी के तेज बहाव से टूट गया. बारिश का दौर खत्म होने के बाद पानी कम होने पर उसकी जगह नया रास्ता बनाकर समस्या का समाधान कर दिया जाएगा. 

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ग्रामीण बताते हैं कि ये 30- 40 घरों की बस्ती है. सभी लोग बंजारा समाज के हैं. ये मजदूरी और खेतीबाड़ी, पशुपालन कर जीवन यापन करते हैं. इनकी आर्थिक स्थिति कमजोर है और रोड आदि सुविधाओं का अभाव है. 

Reporter- Purshottam Joshi

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