कार्यक्रम में विद्युत एवं भारी उद्योग मंत्रालय में केंद्रीय राज्य मंत्री कृष्णपाल गुर्जर ने नेता प्रतिपक्ष गुलाबचंद कटारिया का धन्यवाद देते हुए कहा कि ऐसी महान विभूति का दर्शन कर आज मेरा जीवन धन्य हो गया.
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Udaipur: देश के गृहमंत्री राजनाथ सिंह ने उदयपुर में मंगलवार को पन्नाधाय की आदमकद प्रतिमा का अनावरण किया. इस मौके पर केंद्रीय राज्यमंत्री कृष्णपाल गुर्जर, नेता प्रतिपक्ष गुलाबचंद कटारिया, नगर निगम महापौर जी एस टांक, चित्तौड़गढ़ सांसद सीपी जोशी सहित कई गणमान्य लोग मौजूद रहे.
दरअसल, गोवर्धन सागर के किनारे नगर निगम उदयपुर द्वारा निर्मित पन्नाधाय पार्क में मंगलवार को मां पन्नाधाय की प्रतिमा का अनावरण किया गया. देश के रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह, विद्युत एवं भारी उद्योग मंत्रालय में केंद्रीय राज्य मंत्री कृष्णपाल गुर्जर, विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष गुलाबचंद कटारिया ने किया. नगर निगम उपमहापौर पारस सिंघवी ने बताया कि मंगलवार को पन्नाधाय पार्क में पन्नाधाय की मूर्ति का अनावरण कार्यक्रम आयोजित किया गया. कार्यक्रम में अतिथियों का स्वागत करते हुए नगर निगम महापौर गोविंद सिंह टांक द्वारा पन्नाधाय के जीवन पर प्रकाश डाला.
कार्यक्रम में विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष एवं उदयपुर शहर विधायक ने पन्नाधाय की त्याग की व्याख्या करते हुए बताया कि मेवाड़ का इतिहास पन्नाधाय को कभी नहीं भूल सकता है. हम पन्नाधाय के ऋणी है इन्होंने मातृभूमि की रक्षा हेतु अपने पुत्र का बलिदान कर देश को बचाया. कटारिया ने रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह से मांग करते हुए कहा कि वर्तमान में पूरा देश उसकी गाथा गाता है. इसके त्याग और बलिदान को हमें विश्व के हर कोने में पहुंचाना है, इस हेतु भरसक प्रयास करने हैं.
कार्यक्रम में विद्युत एवं भारी उद्योग मंत्रालय में केंद्रीय राज्य मंत्री कृष्णपाल गुर्जर ने नेता प्रतिपक्ष गुलाबचंद कटारिया का धन्यवाद देते हुए कहा कि ऐसी महान विभूति का दर्शन कर आज मेरा जीवन धन्य हो गया. उनकी मूर्ति अनावरण कार्यक्रम में सम्मिलित होकर मैंने अपना जीवन धन्य कर लिया. गुर्जर ने अपने उद्बोधन में पन्नाधाय की जीवनी का सचित्र वर्णन किया. उन्होंने यह भी कहा कि नाहरी (क्षत्राणी) का जाया और गूजरी का धाया श्रेष्ठ योद्धा होता होता है.
कार्यक्रम में मुख्य अतिथि रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने अपने चित परिचित अंदाज में मेवाड़ वासियों का आह्वान करते हुए उदयपुर के मंच से भारत के युवाओं को का संदेश दिया. उन्होंने कहा कि भारत अपने दम पर दुनिया का ताकतवर देश बन गया है. रक्षा क्षेत्र में भी भारत आत्मनिर्भर हो रहा है. 2047 तक पौने तीन लाख करोड़ का एक्सपोर्ट भारत करेगा, आने वाली 25 साल भारत का अमृत काल है और भारत 2047 में विश्व गुरु पद पर आसीन होगा. सिंह ने कहा कि हमारे महापुरुषों की प्रतिमाएं आने वाली पीढ़ियों के लिए प्रेरणा का स्रोत हैं. साम्राज्य और सम्राटों को सभी याद करते हैं लेकिन साम्राज्य और सम्राटों को बनाने वालों के पीछे जिन लोगों ने बलिदान दिया है उन्हें भी याद किया जाना चाहिए. धाय मां पन्ना इसी बलिदान की वेदी पर एक अमर पन्ना है. इनके समर्पण से प्रेरणा लेकर हमें देश को मजबूत बनाना है.
बेरोजगारी पर बोलते हुए रक्षा मंत्री ने कहा कि यह संकट भाषण देने से समाप्त नहीं हो सकता, इसके लिए कठोर निर्णय की आवश्यकता होती है जो हमारे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ले रहे हैं. रक्षा क्षेत्र में आत्मनिर्भर बनने के लिए स्वदेशी वस्तुओ को बढ़ावा दिया जा रहा है, उन्होंने यह तय किया है कि 100 में से 68 पैसे की खरीद स्वदेशी ही हो. यदि कोई विदेशी कंपनी भारत में व्यापार करना चाहती है तो उसके लिए यह विकल्प है कि वह भारत में आए, फैक्ट्री लगाए, उत्पादन करे, ताकि भारत के हाथों को काम मिल सके. रक्षा मंत्री ने अपने उद्वोधन में धाय मां पन्ना सहित हाड़ी रानी, दुर्गादास राठौड़, अमृता देवी, भक्तिमती मीराबाई को भी याद किया और मेवाड़ को भक्ति और शक्ति की धरा बताते हुए कहा कि यदि धाय मां पन्ना नहीं होती तो न उदय सिंह होते और ना वीर शिरोमणि महाराणा प्रताप.
भारतियों को बचाने के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रूस, यूक्रेन और अमेरिका के राष्ट्रपति से बात कर 22500 बच्चो के यूक्रेन से सुरक्षित बाहर निकाला. हम देश मे रहने वाले नागरिकों के साथ दुनिया के हर कोने में रहने वाले भारतीयों की चिंता करते है. भारत की छवि दुनिया मे बदली है.कोविड़ के संकट के दौरान दुनिया ने माना कि भारत मे हुआ बेहतर काम. कार्यक्रम में चित्तौड़गढ़ सांसद सीपी जोशी, डूंगरपुर बांसवाड़ा सांसद कनक मल कटारा, सहित उदयपुर संभाग के भाजपा विधायक, पूर्व विधायक, गुर्जर समाज के वरिष्ठ पदाधिकारी आदि मंच पर मौजूद रहे.
13 लाख में निर्मित हुई पन्नाधाय की प्रतिमा
नगर निगम उप महापौर पारस सिंघवी ने बताया कि पन्नाधाय की आदमकद प्रतिमा 9 फीट 6 इंच की है. तीन प्रतिमाओं के इस समूह में उदयपुर को बसाने वाले उदय सिंह की प्रतिमा 5 फीट 6 इंच की है, बलिदान हुए चंदन की प्रतिमा 4 फीट 11 इंच की है. तीनों प्रतिमाओं का कुल वजन 1130 किलो है. तेरह लाख की लागत से तीनों प्रतिमाओं का निर्माण करवाया गया है. कार्यक्रम के अंत में उदयपुर ग्रामीण विधायक फूल सिंह मीणा ने सभी का आभार व्यक्त किया. पूर्व सभापति रवींद्र श्रीमाली, समाजसेवी चंद्रगुप्त सिंह चौहान ने रक्षा मंत्री को तलवार भेंट की. बृजलाल सोनी तथा गिरधारी लाल सोनी ने पन्नाधाय के शौर्य पर कविता प्रस्तुत की.
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