Alwar News: एक मंदिर ऐसा जहां पुलिसकर्मी और पटवारी पुजा-पाठ करते हैं. पुलिसकर्मी व राजस्व विभाग के कर्मचारी मेला भी भरवाते है .मामला शामदा गांव में बाबा गरीबनाथ आश्रम का है. जहां हर वर्ष 3 दिवसीय लक्खी मेला लगता है. आश्रम में उत्तराधिकार का विवाद होने से न्यायालय के आदेश पर यह जिम्मेदारी राजस्व और पुलिस विभाग को मिली हुई है. दरअसल आश्रम के महंत रघुनाथजी के समाधि लेने के बाद उत्तराधिकार को लेकर उनके शिष्य हरिनाथ व चन्द्रनाथ में विवाद हो गया. मामला कोर्ट में पहुंचा तो अक्टूबर 2018 में आश्रम की तमाम संपत्ति और व्यवस्थाओं के लिए ततारपुर थानाधिकारी व मुंडावर तहसीलदार को रिसीवर नियुक्त किया गया. इसके बाद हर साल भरने वाले मेले में राजस्व व मंत्रालयिक कर्मचारी तथा पुलिसकर्मी शिफ्ट में व्यवस्थाएं संभालते हैं. देखिए वीडियो-