बांसवाड़ा के 30 युवाओं की टोली गौसेवा और पशु सेवा में पिछले 10 सालों से कार्य कर रही है. वागड़ बने वृंदावन के नाम से इन युवाओं के ग्रुप ने जन सहयोग से शहर में गौमाता चिकित्सा केंद्र भी खोल दिया है। जिसमें जिले और शहर में घायल गाय, बैल और अन्य पशुओं का इलाज निशुल्क करते हैं. इतना ही नहीं लंपी वायरस में भी इन युवाओं ने गौ माता की सेवा खूब की, और जिलेभर से लंबी वायरस से ग्रसित गायों का रेस्क्यू कर उनका इलाज कर ठीक भी किया.