एक्सप्रेस वे के नवीनीकरण को लेकर यूपीडा ने तैयारियां शुरू कर दी हैं. एक्सप्रेसवे को 6 लेन से बढ़ाकर 8 लेन का करने की तैयारी चल रही है. यूपीडा को इसकी जिम्मेदारी सौंपी गई है. इसके अलावा एक्सप्रेसवे के नवीनीकरण में यात्रियों की सुरक्षा का ध्यान रखा जाएगा.
एक्सप्रेसवे पर हैवी व्हीकल की लेन दोबारा बनाई जाएगी. इलेक्ट्रिक व्हीकल की चार्जिंग के लिए ईवी स्टेशन बनेंगे. स्पीड लिमिट कंट्रोल करने को लेकर स्पीड गवर्नर लगाए जाएंगे. ओवर स्पीड पर स्पीड लेजर गन से खुद चालान होगा. एक्सप्रेसवे पर शराब पीने वालों के लाइसेंस कैंसिल होंगे.
लखनऊ-आगरा एक्सप्रेसवे के मरम्मत और रखरखाव के लिए योगी सरकार बजट को मंजूरी दे चुकी है. लखनऊ-आगरा एक्सप्रेसवे के मरम्मत और रखरखाव के लिए 1939 करोड़ रुपये बजट को मंजूरी मिली है.
एक्सप्रेसवे के 6 से 8 लेन का होने से सड़क हादसों पर अंकुश लगाने में भी मदद मिलेगी. साथ ही लखनऊ-आगरा एक्सप्रेसवे पर सुगमता और सुरक्षित यातायात की निरंतरता बनी रहेगी.
उत्तर प्रदेश एक्सप्रेसवे औद्योगिक विकास प्राधिकरण (यूपीडा) फर्म के चयन में जुट गया. बताया गया कि UPEIDA द्वारा फर्म का चयन करने के बाद इसी महीने से काम शुरू कर दिया जाएगा.
एक्सप्रेस-वे आगरा इनर रिंग रोड से शुरू होता है. यह फिरोजाबाद, मैनपुरी, इटावा, औरैया, कन्नौज, हरदोई, कानपुर नगर और उन्नाव होते हुए लखनऊ तक जाता है.
आगरा-लखनऊ एक्सप्रेसवे के बन जाने से लखनऊ से आगरा का सफर आसान हुआ है. लखनऊ और आगरा के बीच की दूरी करीब 3 घंटे हो गई. पहले इसमें ज्यादा समय लगता था.
आगरा-लखनऊ एक्सप्रेसवे एक 302 किलोमीटर लंबा 6 लेन ग्रीनफील्ड एक्सप्रेसवे है. एक्सप्रेस-वे के 8 लेन के भविष्य के विस्तार के लिए 08-लेन चौड़ी संरचनाएं हैं.
बता दें कि लखनऊ-आगरा एक्सप्रेसवे को 23 फरवरी 2017 को आम जनता के लिए खोल दिया गया. यह एक्सप्रेसवे, 165 किलोमीटर लंबे यमुना एक्सप्रेसवे से भी जुड़ा है.