अयोध्या में भव्य राम मंदिर बनकर तैयार है. अयोध्या ही नहीं देश में इसे आस्था के बड़े प्रतीक के तौर पर देखा जा रहा है. बीती 22 जनवरी को रामलला की प्राण प्रतिष्ठा हुई.
रामलला के दर्शन के लिए भक्तों का सैलाब उमड़ रहा है. बीते सावन में ही करीब 35 लाख श्रद्धालुओं ने रामलला के दर पर हाजिरी लगाई. हर दिन करीब 1 लाख भक्तों ने रोजाना भगवान राम के दर्शन किए.
क्या आप जानते हैं कि अयोध्या के पुजारियों की सैलरी सरकारी कर्मचारी से कम नहीं है. राम मंदिर के पुजारियों के लिए भी गुड न्यूज आई है. पुजारियों की सैलरी में पिछले 6 महीने में बंपर इजाफा हुआ है.
राम मंदिर के पुजारी, सेवादार और कर्मचारियों की सैलरी में 10 फीसदी से बढ़ोतरी की बात कही है. अब तक मुख्य पुजारी को 35 हजार और सहायक पुजारियों को 33 हजार रुपये मिलता था. जिसमें इजाफा किया गया है.
10 फीसदी के इजाफे के बाद अब राम मंदिर के मुख्य पुजारी को 38 हजार 500 रुपये महीना मिलेंगे. इसके अलावा सहायक पुजारियों को अब 36 हजार 300 रुपये की सैलरी मिलेगी.
इसके अलावा रामलला के भंडारी, कोठारी और कर्मचारियों को भी सौगात मिली है. इनकी भी सैलरी में बढ़ोतरी की गई है.
श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट बनने के बाद साल 2020 में भी मुख्य पुजारी का वेतन बढ़ाया गया था. उस समय मुख्य पुजारी की सैलरी को 15 हजार से बढ़ाकर 25 हजार कर दिया गया था.
वहीं, श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट गठित होने के पहले मुख्य पुजारी को 12 हजार रुपये बतौर वेतन मिलते थे. विवादित ढांचा गिरने के बाद मुख्य पुजारी का वेतन 100 रुपये प्रति महीने का निर्धारित किया था.
रामलला की प्राण प्रतिष्ठा के लिए तीन मूर्तिकारों ने मूर्ति बनाई थी. बेंगलुरु के मूर्तिकाल अरुण योगीराज की बनाई मूर्ति की प्राण प्रतिष्ठा की गई. अन्य दो मूर्तियों को भी ट्रस्ट के पास रखा गया.
सभी मूर्तिकारों को पैसा दिया गया है. ट्रस्ट के मुताबिक सभी मूर्तिकारों ने एक समय में मूर्ति बनाई थी. इसलिए सभी मूर्तिकारों को 75 -75 लख रुपए दिए गए हैं.