Ayodhya Tourism: श्रीराम की जन्मस्थली अयोध्या में राम मंदिर का निर्माण हो रहा है. राम मंदिर के अलावा अयोध्या में कई धार्मिक और ऐतिहासिक स्थान हैं. आज हम उनमें से कुछ स्थानों के बारे में आपको बताने जा रहे हैं.
1 को अयोध्या के निर्माणाधीन मंदिर के नवनिर्मित गर्भगृह में रामलला की प्राण प्रतिष्ठा होनी हैं. अगर आप भी इस बीच अयोध्या जाने का प्लान बना रहे हैं तो आइये जानते हैं कि यहां राम मंदिर के अलावा कौन-कौन सी घूमने वाली जगहें हैं.
राम की पैड़ी में स्थित यह मंदिर शिव भगवान को समर्पित है. मान्यता है कि इसका निर्माण श्रीराम के छोटे पुत्र कुश ने करवाया था.
देवकाली मंदिर को लेकर मान्यता है कि माता सीता देवी गिरिजा देवी की एक मूर्ति लेकर अयोध्या आई थीं. जिसकी महाराज दशरथ ने एक भव्य मंदिर का निर्माण कराकर स्थापना करायी थी. माता सीता प्रतिदिन देवी की पूजा-अर्चना करती थी.
राम की पैड़ी सरयू नदी के किनारे स्थित घाटों की एक श्रृंखला है. ऐसी मान्यता है कि यहां स्नान करने से पाप धुल जाते हैं.
राम जन्म भूमि के उत्तरपूर्व में स्थित यह मंदिर अपनी कलाकृति के लिए प्रसिद्ध है. मान्यता है कि माता कैकेयी ने प्रभु श्री राम और देवी सीता को यह भवन उपहार स्वरूप दिया था तथा यह उनका व्यक्तिगत महल था. मुख्य गर्भगृह में श्री राम और माता सीता की प्रतिमा स्थापित है.
यह मंदिर हनुमान जी को समर्पित है. मान्यता है कि पवनपुत्र हनुमान यहां रहते हुए कोतवाल के रूप में अयोध्या की रक्षा करते हैं. मंदिर के प्रांगण में माता अंजनी के गोद में बैठे बाल हनुमान को दर्शाया गया है.
अयोध्या फैजाबाद मार्ग पर स्थित यह मंदिर अयोध्या बस स्टॉप के सामने है. यह मंदिर भगवान राम तथा देवी सीता को समर्पित है.
गुलाब बाड़ी जिसका शाब्दिक अर्थ है ‘गुलाबों का बाग’. अवध के तीसरे नवाब शुजा-उद-दौला की कब्र भी यहीं स्थित है. कहा जाता है कि यहां से एक सुरंग लखनऊ के पोखर को जाती थी, जिसका उपयोग नवाब द्वारा छुपने के लिए किया जाता था.
अयोध्या पांच तीर्थंकरों की जन्मस्थली है. दिगंबर जैन मंदिर रायगंज में है. यह मंदिर प्रथम तीर्थंकर ऋषभदेव को समर्पित है. यहां उनकी 31 फीट ऊंची प्रतिमा स्थापित है.