Ram Mandir Anniversary 2025: हिंदू पंचांग के मुताबिक 11 जनवरी 2025 को अयोध्या के राम मंदिर में रामलला की मूर्ति की प्राण प्रतिष्ठा को एक वर्ष पूरा हो रहा है, जिसे लेकर तीन दिवसीय उत्सव मनाया जा रहा है. इस अवसर पर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ अयोध्या पहुंचे और रामलला के दर्शन किए. पुजारियों ने पंचामृत से अभिषेक किया, जिसमें दूध, दही, घी, शहद और शक्कर शामिल थे, और बाद में गंगाजल से नहलाया. सीएम योगी तीन दिन तक श्रद्धालुओं को संबोधित करेंगे और अयोध्या में धार्मिक उल्लास का वातावरण रहेगा.
सीएम योगी ने रामलला के श्रीचरणों में शीश झुकाकर पूजा-अर्चना की और रामलला की आरती उतारी. उन्होंने हनुमानगढ़ी में भी दर्शन किए और प्रदेशवासियों के सुख-समृद्धि की प्रार्थना की.
मुख्यमंत्री ने महंत नृत्यगोपाल दास और अन्य संतों का आशीर्वाद प्राप्त किया. उन्होंने संतों के साथ भोजन प्रसाद ग्रहण कर कार्यक्रम को धार्मिक और सामाजिक समरसता का संदेश दिया.
सीएम ने अपने संबोधन में राम मंदिर निर्माण के लंबे संघर्ष और बलिदान का उल्लेख करते हुए कहा कि यह मंदिर दुनिया को लोकतांत्रिक तरीके से अधिकार पाने का संदेश देता है.
सीएम योगी ने कहा कि रामलला की प्राण-प्रतिष्ठा के बाद अयोध्या हर दिन डेढ़ से दो लाख श्रद्धालुओं को आकर्षित कर रही है. उन्होंने अयोध्या को सोलर सिटी बनने और आधुनिक सुविधाओं से युक्त होने पर संतोष व्यक्त किया.
कार्यक्रम में प्रसिद्ध हस्तियों और संतों की उपस्थिति रही. धार्मिक अनुष्ठानों, भजनों, और सांस्कृतिक प्रस्तुतियों ने इसे ऐतिहासिक बनाया. प्रसिद्ध गायिका उषा मंगेशकर और मयूरेश पई ने भजन प्रस्तुत किए.
पंजाब के पाकिस्तान बॉर्डर के करीब फाजिल्का जिले के अबोहर कस्बे से 6 साल का एक बच्चा, मोहब्बत, दौड़ते हुए अयोध्या के राम मंदिर तक पहुंचा और रामलला के विग्रह की प्राण-प्रतिष्ठा की पहली वर्षगांठ पर आयोजित कार्यक्रम में सबके आकर्षण का केंद्र बन गया. अयोध्या में इस बच्चे का सीएम योगी ने खुद स्वागत किया और उसे उपहार भी दिया.
सीएम योगी आदित्यनाथ ने राम को राष्ट्र के प्रतीक के रूप में प्रस्तुत करते हुए सभी से राष्ट्रीय एकात्मता को मजबूत करने का आह्वान किया. उन्होंने सनातन धर्म के गौरव को बनाए रखने की आवश्यकता पर जोर दिया, ताकि समाज में शांति, सद्भाव और एकता बनी रहे.
अयोध्या अब एक नई पहचान बना चुकी है, जहां आधुनिक विकास और सुविधाओं का विस्तार हुआ है. यहां इंटरनेशनल एयरपोर्ट का निर्माण हुआ है, जो यात्रियों के लिए एक बड़ा अवसर है. इसके अलावा, शहर में आधुनिक सुविधाएं भी उपलब्ध हैं, जो अयोध्या के वैश्विक महत्व को बढ़ाती हैं.
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने 13 जनवरी से शुरू होने वाले प्रयागराज महाकुंभ में सभी श्रद्धालुओं को आह्वान किया. उन्होंने महाकुंभ को धार्मिक, सांस्कृतिक और आध्यात्मिक महत्व का प्रतीक बताते हुए लोगों से इसमें भाग लेने और पवित्र स्नान करने की अपील की, ताकि सभी को पुण्य लाभ प्राप्त हो और राष्ट्रीय एकता और सामूहिकता की भावना को बल मिले.
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने राम और राष्ट्र के संबंध को एक-दूसरे के पूरक के रूप में प्रस्तुत किया. उन्होंने बताया कि श्रीराम केवल धार्मिक प्रतीक नहीं, बल्कि राष्ट्रीय एकता, शांति और संस्कृति के प्रतीक भी हैं. राम के आदर्शों और उनके जीवन के मूल्यों को अपनाकर हम राष्ट्र की समृद्धि और अखंडता को सुनिश्चित कर सकते हैं.
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