उत्तर प्रदेश के बरेली जिले में 4/6 लेन दक्षिणी बरेली बाईपास के निर्माण के लिए मंजूरी मिल गई है. 29.920 किलोमीटर लंबे इस बाईपास को 2117.07 करोड़ रुपए की लागत से तैयार किया जाएगा.
यह बाईपास राष्ट्रीय राजमार्ग-530 पर झुमका चौराहा, धंतिया गांव के पास से शुरू होता है और राष्ट्रीय राजमार्ग-30 पर ट्रम्पेट इंटरचेंज सहित इन्वर्टिस यूनिवर्सिटी के पास समाप्त होता है.
परियोजना नेशनल हाईवे-24 (मुरादाबाद-बरेली) और नेशनल-530B (बदायूं-बरेली) के बीच कनेक्टिविटी देने के लिए बरेली शहर को बाईपास करते हुए 6-लेन संरचनाओं के साथ 4-लेन राजमार्ग विभाजित कैरिजवे है.
इस प्रोजेक्ट से बरेलीवालों को बड़ा फायदा होने वाला है. एक तरफ शहर में ट्रैफिक को कम करने में मदद मिलेगी तो वहीं सुरक्षा में सुधार करने में यह कारगर बनेगा.
इस रूट पर ग्रेड सेपरेटर के साथ फोरलेन के निर्माण से बेहतर और सुरक्षित यातायात सुनिश्चित होगा.
बरेली को मथुरा से कनेक्ट करने वाले बरेली-बदायूं हाईवे का निर्माण कार्य तेज है. शासन ने बरेली से बदायूं होकर आगरा-मथुरा तक चार अलग-अलग खंडों में कुल 216 कि.मी. लंबा फोरलेन हाईवे स्वीकृत किया है.
परियोजना में चार बाइपास आरओबी और अंडरपास भी शामिल हैं. फोरलेन बनने से लोगों का सफर आसान होगा. बदायूं से बरेली तक के चौथे खंड के लिए 1200 से ज्यादा किसानों से 87 हेक्टेयर भूमि का अधिग्रहण किया जाना है.
NH-24 चार से छह लेन वाला राष्ट्रीय राजमार्ग है. एनएच-24 यूपी से होकर गुजरता है. यह सड़क नई दिल्ली को लखनऊ से जोड़ती है. यह गाजियाबाद, हापुड़, मुरादाबाद, रामपुर, बरेली और सीतापुर से होकर गुजरता है.
केंद्रीय सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी ने इस फोरलेन हाईवे के लिए 1527 करोड़ रुपये की धनराशि मंजूर की है. पहला खंड मथुरा से हाथरस, दूसरा खंड हाथरस से कासगंज, तीसरा खंड कासगंज से बदायूं और चौथा खंड बदायूं से बरेली तक बनाया जा रहा है.
लेख में दी गई ये जानकारी सामान्य स्रोतों से इकट्ठा की गई है. एआई के काल्पनिक चित्रण का जी यूपीयूके हूबहू समान होने का दावा या पुष्टि नहीं करता.