हाईवे के शुरू हो जाने के बाद लोगों को खासी सहूलियत मिलने वाली है. पहला यह है कि दोनों जगहों के बीच की दूरी को तय करने में कम समय लगेगा और ईंधन भी बचेगा.
दिल्ली के अक्षरधाम से बागपत के बीच का सफर हाईवे शुरू होने के बाद 25 से 30 मिनट में पूरा हो सकेगा. अभी इसमें कम से कम दो घंटे का समय लगता है.
हाईवे का एक बड़ा हिस्सा एलिवेटेड बनाया गया है. हाई बनने के बाद इसका फायदा दिल्लीवालों और पश्चिमी यूपी ही नहीं उत्तराखंड के लोगों को भी मिलेगा.
दिल्ली के अक्षरधाम से यह शुरू होता है. जो खजूरी पुस्ता रोड से उत्तर प्रदेश में प्रवेश करेगा. यहां तक की कुल दूरी 15 किलोमीटर के करीब है.
हाईवे के एलिवेटेड हिस्से पर हल्के व्हीकल के लिए अधिकतम स्पीड 100 किलोमीटर प्रतिघंट और हैवी व्हीकल के लिए 80 किलोमीटर प्रतिघंटा तय की गई है.
हाईवे का एलिवेटेड हिस्सा रिहायशी इलाके में है. ऐसे में लोगों को दिक्कतें न हों. इसलिए इसके दोनों तरफ साउंड प्रूफ बैरियर लगाए गये हैं.
यही नहीं सीसीटीवी कैमरे भी हाईवे की निगरानी करेंगे. पहले फेज में दो इंट्री और एग्जिट गेट होंगे. जिसमें गामड़ी, पांचवा पुस्ता और कैथवाड़ा शामिल है.
अगर किसी को बागपत की ओर से सेंट्रल दिल्ली या चांदनी चौक जाना है तो वह गामड़ी पांचवें पुस्ते से एग्जिट ले सकता है. वहीं नोएडा अक्षरधाम जाने के लिए कैथवाड़ा से हाईवे पर इंट्री ले सकते हैं.
दिल्ली में यह एक्सप्रेसवे बिल्कुल फ्री है. यानी दिल्ली की सीमा के अंदर अगर आप दिल्ली-देहरादून एक्सप्रेसवे पर एंट्री लेते हैं और दिल्ली की सीमा के अंदर ही एग्जिट भी हो जाते हैं तो आपको किसी तरह का कोई टोल नहीं देना होगा.
लेख में दी गई ये जानकारी सामान्य स्रोतों से इकट्ठा की गई है. इसकी प्रामाणिकता की जिम्मेदारी हमारी नहीं है. एआई के काल्पनिक चित्रण का जी यूपीयूके हूबहू समान होने का दावा या पुष्टि नहीं करता.