महायोगी गुरु गोरखनाथ गोरखपुर एयरपोर्ट का विस्तार तेजी से किया जा रहा है, जिससे अब एक साथ चार फ्लाइट उड़ान भर सकेंगी. यात्रियों की संख्या लगातार बढ़ रही है, इसे ध्यान में रखते हुए नए टर्मिनल का निर्माण शुरू हो चुका है.
एयरपोर्ट के विस्तार के तहत 42 एकड़ में नया टर्मिनल तैयार किया जा रहा है. इसके पूरा होने के बाद एक समय में करीब 800 यात्री यात्रा कर सकेंगे. फिलहाल, एयरपोर्ट पर एक समय में सिर्फ एक ही फ्लाइट उड़ान भर पाती है.
गोरखपुर के औद्योगिक, धार्मिक और पर्यटन नगरी के रूप में विकसित होने के साथ-साथ पश्चिम बिहार के यात्रियों का भी दबाव यहां बढ़ रहा है. नए टर्मिनल से इन यात्रियों को भी बेहतर सुविधाएं मिलेंगी.
टर्मिनल विस्तार का काम तेजी से चल रहा है और मार्च के आखिरी या अप्रैल के पहले सप्ताह से एक साथ चार फ्लाइट टेकऑफ और लैंडिंग कर सकेंगी. इससे यात्रियों को सफर में आसानी होगी.
अभी तक रनवे पर जगह की समस्या के कारण बोइंग और ATR फ्लाइट्स एक साथ उड़ान नहीं भर पाती थीं, लेकिन एप्रेन एरिया के विस्तार के बाद यह संभव होगा. इससे एयरबस भी आसानी से लैंड कर सकेगी.
गोरखपुर एयरपोर्ट से कुल 22 फ्लाइट्स (अप और डाउन) का संचालन हो रहा है. इनमें आकासा, स्पाइसजेट, इंडिगो और एलायंस एयर जैसी प्रमुख एयरलाइंस शामिल हैं.
वर्तमान में गोरखपुर से दिल्ली के लिए 5 उड़ानें, मुंबई के लिए 2 , बेंगलुरु के लिए 2, हैदराबाद के लिए 1 और कोलकाता के लिए 1 फ्लाइट उपलब्ध हैं. जल्द ही पुणे और जम्मू के लिए भी उड़ानें शुरू होने की चर्चा है.
एयरपोर्ट पर कैटेगरी-2 इंस्ट्रूमेंट लैंडिंग सिस्टम (ILS) की वजह से अब तक कोई भी फ्लाइट कैंसिल नहीं हुई है. अच्छी संचार व्यवस्था से यात्रियों को निर्बाध सेवा मिल रही है.
गोरखपुर एयरपोर्ट से प्रतिदिन करीब 3000 यात्री यात्रा कर रहे हैं. एक समय था जब यहां से सिर्फ 2-3 फ्लाइट दिल्ली और मुंबई के लिए उड़ान भरती थीं, लेकिन अब यह संख्या 11 फ्लाइट्स तक पहुंच गई है.
रनवे विस्तार के बाद अब 180 से 240 पैसेंजर क्षमता वाली एयरबस और 70 से 72 पैसेंजर क्षमता वाली ATR फ्लाइट्स एक साथ उड़ान भर सकेंगी. इसके अलावा, गोरखपुर से पुणे और जम्मू के लिए भी फ्लाइट शुरू करने की योजना पर विचार किया जा रहा है.