gorakhpur development authority: गोरखपुर डेवलपमेंट अथॉरिटी शहर में लोगों को प्लॉट खरीदने के लिए नई योजना लेकर आया है. जल्दी ही आपको अपने सपनों का घर मिल सकता है. अथॉरिटी प्लॉट स्कीम लेकर आया है.
बाबा गोरखनाथ की नगरी में आप अपने सपनों का आशियाना बना सकते हैं. गोरखपुर डेवलपमेंट अथॉरिटी शहर में लोगों को प्लॉट खरीदने के लिए नई योजना लेकर आया है.
गोरखपुर प्राधिकरण की ओर से राप्तीनगर में 207 एकड़ में आवासीय टाउनशिप और स्पोर्ट्स सिटी बनाई जाएगी. इसमें करीब 177 एकड़ में टाउनशिप और 30 एकड़ में स्पोर्ट्स सिटी बनेगी.
ये आधुनिक टाउनशिप 200 एकड़ में तैयार हो रही है. टाउनशिप में कुल 1600 आवासीय भूखंड उपलब्ध कराए जा रहे हैं. इसमें एमआईजी श्रेणी के भूखंडों के लिए ई, लॉटरी के माध्यम से आवंटन होगा, जबकि HIG और सुपर HIG श्रेणी के बड़े भूखंडों के लिए ई, नीलामी होगी.
योजना में लोअर और मिडिल क्लास फैमिली को भी ध्यान में रखा गया है. हर वर्ग तक के लिए करीब 1600 भूखंड का विकल्प मौजूद है. भूखंडों की कीमत सभी वर्गों को ध्यान में रखकर तय की गई है.
गीडा की ओर से दोनों योजनाओं में आवंटित किए जाने वाले प्लॉट्स की कीमत भी तय हो गई है. इन प्लॉट्स की कीमत 3830 रुपये से लेकर 4100 रुपये प्रति वर्ग मीटर तक रखी गई है.
गीडा की प्लॉट स्कीम के तहत छोटे प्लॉटों की बिक्री लॉटरी के जरिए होगी. वहीं, बड़े प्लॉटों की बिक्री के लिए ई-नीलामी की प्रक्रिया को अपनाया जाएगा.
इस प्रक्रिया में सबसे अधिक बोली लगाने वाले को प्लॉट आवंटित किया जाएगा. इससे जीडीए को अधिक फायदा होने की उम्मीद है. सूत्रों का कहना कि टाउनशिप योजना में करीब पांच एकड़ जमीन का नामांकन नहीं हो सका .
गीडा के उपाध्यक्ष आनंद वर्धन के अनुसार, जो लोग अब तक आवेदन नहीं कर पाए हैं, वे इस नए अवसर का लाभ उठा सकते हैं. फरवरी के महीने में ई, लॉटरी प्रक्रिया आयोजित की जाएगी, जिससे MIG श्रेणी के आवेदकों को भूखंड आवंटित किए जाएंगे.
आवेदन के समय आवेदक को प्लॉट के दाम की 10 फीसदी राशि का ड्राफ्ट जमा करना होगा. अगर लॉटरी में उनका नाम नहीं आता है तो यह राशि उन्हें वापस कर दी जाएगी. इस योजना का पूरा विवरण गीडा की वेबसाइट www.gdagkp.in पर उपलब्ध हैं. वेबसाइट पर विजिट कर अधिक जानकारी हासिल कर सकते हैं.
लेख में दी गई ये जानकारी सामान्य स्रोतों से इकट्ठा की गई है. इसकी प्रामाणिकता की पुष्टि स्वयं करें. एआई के काल्पनिक चित्रण का जी यूपीयूके हूबहू समान होने का दावा या पुष्टि नहीं करता.