वाराणसी से नेपाल बॉर्डर तक सफर अब और सुगम होने जा रहा है. नए हाईवे प्रोजेक्ट के तहत वाराणसी से गोरखपुर और फिर गोरखपुर से नेपाल बॉर्डर तक की दूरी सिर्फ 5 घंटे में पूरी की जा सकेगी.
वाराणसी से गोरखपुर तक फोरलेन सड़क का निर्माण कार्य तेज़ी से जारी है. इस सड़क के बन जाने से बनारस से गोरखपुर की यात्रा महज 2 घंटे में पूरी की जा सकेगी.
गोरखपुर से सनौली बॉर्डर तक एक्सप्रेसवे भी बनाया जा रहा है, यह 80 किलोमीटर लंबा होगा और इससे नेपाल तक पहुंचने में समय की बचत होगी.
इस परियोजना का एक अहम हिस्सा घाघरा नदी पर बन रहा ब्रिज है. करीब 65 किलोमीटर लंबी इस परियोजना पर 1000 करोड़ रुपये खर्च किए जा रहे हैं, जिसमें एक साइड का ब्रिज पहले से ही चालू हो चुका है.
इस प्रोजेक्ट का कार्य 2025 के अंत तक पूरा होने की योजना है. इसके बाद नेपाल जाने के लिए एक सीधा नेशनल हाईवे उपलब्ध होगा.
इस प्रोजेक्ट के पूरा होने से वाराणसी और गोरखपुर के बीच की कनेक्टिविटी बेहतर होगी. अब तक इस सफर में 4 घंटे लगते थे, लेकिन नई सड़क बनने के बाद यह दूरी 2 घंटे में तय होगी.
नेपाल जाने वाले यात्रियों के लिए यह एक बड़ी सुविधा होगी. अभी नेपाल पहुंचने में 7 घंटे लगते हैं, लेकिन नया एक्सप्रेसवे बनने के बाद यह सफर सिर्फ 5 घंटे में पूरा किया जा सकेगा.
यात्रियों की सुरक्षा और सुविधा के लिए हाईवे पर , गेस्टरूम, पेट्रोल पंप और अन्य सुविधाएं विकसित की जाएंगी, जिससे व्यापार और पर्यटन को भी बढ़ावा मिलेगा.
लेख में दी गई ये जानकारी सामान्य स्रोतों से इकट्ठा की गई है. इसकी प्रामाणिकता की जिम्मेदारी हमारी नहीं है.एआई के काल्पनिक चित्रण का जी यूपीयूके हूबहू समान होने का दावा या पुष्टि नहीं करता.