पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी की 100वीं जयंती के मौके पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बुंदेलखंड को केन-बेतवा लिंक परियोजना बड़ी सौगात दी है. इस परियोजना का फायदा समूचे बुंदेलखंड को होगा. इसमें मध्यप्रदेश के साथ ही उत्तर प्रदेश के चार जिलों को भी लाभ मिलेगा.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बुधवार को बुंदेलखंड को केन-बेतवा लिंक परियोजना की बड़ी सौगात दी. शिलान्यास व लोकार्पण समारोह छतरपुर के खजुराहो में आयोजित किया गया.
इस परियोजना से उत्तर प्रदेश के चार जिलों को लाभ मिलने वाला है. इसमें बुंदेलखंड के महोबा, झांसी, ललितपुर और बांदा जिले शामिल हैं.
केन-बेतवा लिंक परियोजना से उत्तर प्रदेश में 59 हजार हेक्टेयर वार्षिक सिंचाई सुविधा प्राप्त होगी. यानी यूपी के किसानों को इसका बड़ा फायदा मिलने वाला है.
मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक इस योजना के तहत बुंदेलखंड में सिंचाई के बेहतर संसाधन के लिए महोबा और झांसी जिले में पाइप इरीगेशन (दबावयुक्त सिंचाई) सिस्टम तैयार किया जाएगा.
इस प्रणाली पर करीब 12 सौ करोड़ रुपये का खर्चा आएगा. जिससे महोबा जिले में 37 हजार हेक्टेयर और झांसी के 17 हजार हेक्टेयर भूमि को सिंचाई का बेहतर संसाधन मिलेगा.
मीडिया रिपोर्ट्स की मानें तो केन बेतवा लिंक परियोजना के लिए सर्वे का काम पूरा हो चुका है. जनवरी के तीसरे सप्ताह में पाइप इरीगेशन सिस्टम का डीपीआर तैयार हो जाएगा.
केन-बेतवा लिंक परियोजना के भू सत्यापन काम चल रहा है. परियोजना के टेंडर प्रक्रिया की शुरुआत अगले साल यानी जुलाई 2025 में शुरू हो सकती है. माना जा रहा है कि नवंबर 2025 तक ये परियोजना शुरू हो सकती है.
जानकारी के मुताबिक इस परियोजना के पूरा होने के बाद ललितपुर को 31.98 मिलियन क्यूबिक मीटर पानी, महोबा में घरेलू जल आपूर्ति के लिए 20.13 मिलियन क्यूबिक मीटर पानी, झांसी को 14.66 मिलियन क्यूबिक मीटर पानी मिलेगा.
इस परियोजना से मध्यप्रदेश के 10 जिलों छतरपुर, पन्ना, टीकमगढ़, निवाड़ी, दमोह, शिवपुरी, दतिया, रायसेन, विदिशा और सागर में 8 लाख 11 हजार हेक्टेयर क्षेत्र को सिंचाई की सुविधा मिलेगी. करीब 44 लाख किसान परिवार लाभान्वित होंगे.
ये जानकारी सामान्य स्रोतों से इकट्ठा की गई है. इसकी प्रामाणिकता की जिम्मेदारी हमारी नहीं है.एआई के काल्पनिक चित्रण का जी यूपीयूके हूबहू समान होने का दावा या पुष्टि नहीं करता.