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कानपुर में खत्म होगा रेलवे क्रॉसिंग का जंजाल, 1000 करोड़ का मिला तोहफा, उत्तर से दक्षिण तक तेज रफ्तार

Kanpur elevated railway track: यूपी का कानपुर आने वाले समय में एकदम विकास की रफ्तार पर बढ़ने वाला है. कानपुर महानगर में आपको कुछ दिनों बाद दिल्ली जैसा नजारा देखने को मिलेगा. यहां एक पुल में मेट्रो दौड़ती हुई नजर आएगी तो बगल में दूसरे पुल पर रेलवे ट्रेन चलती नजर आएगी.

दिल्ली जैसा होगा कानपुर

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दिल्ली जैसा होगा कानपुर
उत्तर प्रदेश के कानपुर महानगर में आपको कुछ दिनों बाद दिल्ली जैसा नजारा देखने को मिलेगा. यहां एक पुल में मेट्रो दौड़ती हुई नजर आएगी तो बगल में दूसरे पुल पर रेलवे ट्रेन चलती नजर आएगी. कानपुर महानगर में रेलवे का पहला एलिवेटेड ट्रैक बनने जा रहा है जिससे कानपुर की एक बड़ी समस्या भी हल होगी और कानपुर के विकास के इंफ्रास्ट्रक्चर को भी पंख लगेंगे. 

एलीवेटेड रेलवे ट्रैक बनाने को मंजूरी

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 एलीवेटेड रेलवे ट्रैक बनाने को मंजूरी
रेलवे ने अनवरगंज से मंधना तक एलीवेटेड रेलवे ट्रैक बनाने को मंजूरी मिल गई है. इस प्रोजेक्ट पर करीब 995 करोड़ रुपये खर्च होंगे और मार्च में इसका शिलान्यास होने की संभावना है. इस ट्रैक के बनने से कानपुर की 15 से ज्यादा रेलवे क्रासिंग खत्म हो जाएंगी और शहर के लोगों को जाम की समस्या से काफी राहत मिलेगी.आइए जानते हैं इस प्रोजेक्ट की पूरी डिटेल्स.

खत्म होंगी 15 से ज्यादा क्रासिंग

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खत्म होंगी 15 से ज्यादा क्रासिंग
 कानपुर के इतिहास में पहली बार ऐसा होगा, जब इस एलिवेटेड ट्रैक के बनने से कानपुर की 15 से ज्यादा क्रासिंग पूरी तरह खत्म हो जाएंगी और लगभग 50 लाख की आबादी को कानपुर को जाम से पूरी तरह निजात मिल जाएगी. 

4- कानपुर दक्षिण जुड़ेगा कानपुर उत्तर से

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4- कानपुर दक्षिण जुड़ेगा कानपुर उत्तर से
कानपुर में अनवरगंज-मंधना रेलवे ट्रैक शहर को दो भागों उत्तर और दक्षिण में बांटता है. हर दिन लाखों लोग इन रेलवे फाटकों को पार करते हैं. जब ट्रेनें गुजरती हैं तो ये क्रासिंग कई घंटों तक बंद रहती हैं जिससे लोगों को काफी परेशानी होती है. साल 2004 से इस समस्या को हल करने की मांग उठ रही है. अब 21 साल बाद इस पर काम शुरू होने जा रहा है.

दोनों ही ट्रैक पर अलग-अलग प्रकार की ट्रेनें

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दोनों ही ट्रैक पर अलग-अलग प्रकार की ट्रेनें
यही नहीं, अनवरगंज से मंधना एलिवेटेड ट्रैक, मेट्रो ट्रैक के समानांतर भी होगा. ऐसे में जब इन दोनों ही ट्रैक पर अलग-अलग प्रकार की ट्रेनें चलेंगी. 21 सालों बाद अंतिम रुप से एलिवेटेड ट्रैक बनाने का फैसला किया गया.

एलिवेटेड रेलवे ट्रैक

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 एलिवेटेड रेलवे ट्रैक
कानपुर में अनवरगंज और मंधना स्टेशन के बीच प्रस्तावित एलिवेटेड रेलवे ट्रैक का बुनियादी ढांचा दोहरी लाइन को बिछाने लायक बनेगा. शुरुआत में उच्च क्षमता वाली एक ही लाइन बिछेगी, जिस पर 160 किलोमीटर की रफ्तार से ट्रेनें दौड़ेगी. हालांकि शुरुआत में इस पर 110 किलोमीटर प्रतिघंटे की रफ्तार से ही ट्रेनें चलाने की योजना है.

क्या है अनवरगंज-मंधना रेलवे ट्रैक की मौजूदा स्थिति

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क्या है अनवरगंज-मंधना रेलवे ट्रैक की मौजूदा स्थिति
यहां से रोज 30 ट्रेनें ऐसी गुजरती हैं, जिनमें हजारों की संख्या में यात्री सफर करते हैं. 5 से 6 मालगाड़ियां या अन्य ऐसी ट्रेनें रोज गुजरती हैं जो सामानों से भरी होती हैं.रोजाना अनवरगंज से लेकर मंधना तक हजारों की संख्या में यात्री बिल्हौर, कन्नौज, फर्रुखाबाद, कासगंज तक सफर करते हैं.

कब होगा शिलान्यास

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कब होगा शिलान्यास
इस ट्रैक को तैयार करने में करीब 995 करोड़ रुपये खर्च होंगे. रेल मंत्री की तरफ से  ट्रैक को बनाने के लिए  ग्रीन सिग्नल दे दिया है. मार्च में इसका शिलान्यस होने के बाद फौरन ही काम शुरू हो जाएगा.

इन प्रमुख क्रासिंग से गुजरती हैं ट्रेनें

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इन प्रमुख क्रासिंग से गुजरती हैं ट्रेनें
एलिवेटेड ट्रैक बन जाने से कानपुर महानगर में जो लोग जाम में रोजाना कई क्रॉसिंग में फंसते हैं उनको राहत मिलेगी. एलिवेटेड ट्रैक बन जाने से कानपुर महानगर में पड़ने वाली गुमटी नंबर 5 क्रॉसिंग ,जरीब चौकी क्रॉसिंग, कोका कोला चौराहा क्रॉसिंग, रावतपुर क्रॉसिंग, विकास भवन कार्यालय क्रॉसिंग, गुमटी नंबर 9 क्रॉसिंग, गुरुदेव चौराहा क्रॉसिंग, श्रम विभाग कार्यालय क्रॉसिंग, गोल चौराहा क्रॉसिंग , विनायकपुर चौराहा क्रॉसिंग, दलहन अनुसंधान संस्थान क्रॉसिंग, कल्याणपुर क्रॉसिंग, आईआईटी क्रॉसिंग, लिम्का क्रॉसिंग और मंधना क्रॉसिंग से छुटकारा मिलेगा.

नई तकनीकी होगी इस्तेमाल

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 नई तकनीकी होगी इस्तेमाल
रेलवे अधिकारियों के मुताबिक ट्रैक का निर्माण नई तकनीक से किया जाएगा और ऊंचाई 10 मीटर होगी.  इस पर विद्युतीकरण के लिए बिजली के खंभे दोनों तरफ लगाए जा सकते हैं, जिससे भविष्य में अप और डाउन लाइन पर ट्रेनों के संचालन में किसी तरह की कोई कठिनाई न आए. पिलर निर्माण से पहले मौजूदा ट्रैक हटाया जाएगा.  इसके चलते इस रूट पर ट्रेनों का संचालन करीब दो वर्ष तक बंद रहेगा.

हटाए जाएंगे नाले,पुलिया और हाईटेंशन लाइनें

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हटाए जाएंगे नाले,पुलिया और हाईटेंशन लाइनें
ट्रैक के पिलर और गर्डर के रास्ते में आने वाले नाले, पुलिया, भूमिगत केबल, गैस, पानी, सीवर लाइन शिफ्ट और बगिया क्रॉसिंग समेत अन्य जगहों पर हाईटेंशन लाइनें हटाई जाएंगी.  सभी विभागों को ट्रैक निर्माण की जरूरत के मुताबिक जिम्मेदारी सौंपी गई है.

2024 में उठी थी एलिवेटेड ट्रैक बनाने की मांग

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2024 में उठी थी एलिवेटेड ट्रैक बनाने की मांग
शहर में मौजूदा समय में अनवरगंज-मंधना रेलवे ट्रैक एक ऐसा ट्रैक है, जो कानपुर को उत्तर और दक्षिण में विभाजित करता है. इस रेल ट्रैक से रोजाना की संख्या में दक्षिण के मोहल्लों में रहने वाले लाखों लोग उत्तर की ओर आते हैं. जबकि उत्तर से भी लाखों लोग इस रेलवे ट्रैक को पार करते हुए (विभिन्न क्रासिंगों पर) दक्षिण की ओर जाते हैं.

डिस्क्लेमर

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डिस्क्लेमर
लेख में दी गई ये जानकारी सामान्य स्रोतों से इकट्ठा की गई है. इसकी प्रामाणिकता की पुष्टि स्वयं करें. एआई के काल्पनिक चित्रण का जी यूपीयूके हूबहू समान होने का दावा या पुष्टि नहीं करता.