प्रयागराज महाकुंभ मेले में मंगलवार को पहला शाही स्नान या अमृत स्नान होगा. इसमें सभी 13 अखाड़ों के साधु संतों का लाव लश्कर अपनी छावनी से बाहर निकलेगा और एक-एक करके अमृत स्नान करेगा. महानिर्वाणी अखाड़े को सबसे पहले मौका मिलेगा.
महानिर्वाणी अखाड़ा सबसे पहले अमृत स्नान करेगा. महानिर्वाणी के साथ ही अटल अखाड़ा भी अमृत स्नान करेगा. फिर निरंजनी और आनंद अखाड़ा अमृत स्नान करेगा. तीसरी बार जूना अखाड़ा साथ में अग्नि और आह्वाहन अखाड़े के साथ अमृत स्नान के लिए संगम जाएगा. निर्मोही अनी, दिगंबर अनी और निर्वाणी अनी अखाड़े के संत महाकुंभ में अमृत स्नान करेंगे. तीनों अनी अखाड़ों के स्नान के बाद नया उदासीन और बड़ा उदासीन अखाड़ा अमृत स्नान करेगा. सबसे अंत में निर्मल अखाड़ा अमृत स्नान के लिए जाएगा.
महाकुंभ 2025 के पहले दिन पौष पूर्णिमा स्नान को पहुंचे श्रद्धालुओं पर योगी सरकार ने हेलीकॉप्टर से पुष्पवर्षा कराई. हेलीकॉप्टर से सभी घाटों और अखाड़ों पर स्नान के समय फूलों की बारिश की गई. गुलाब की पंखुड़ियों की वर्षा से संगम तट पर श्रद्धालुओं ने जय श्री राम के नारे लगाए.
महाकुंभ के पहले स्नान के दिन यूपी सरकार के पुलिस अफसर भी गश्त करते दिखे. पूरा कुंभ मेला क्षेत्र की सुरक्षा 50 हजार से ज्यादा जवान कर रहे हैं. एडीजी भानु भास्कर ने संगम नोज में वॉच टॉवर पर चढ़ाकर श्रद्धालुओं की सुरक्षा मुआयना किया. डीआईजी महाकुंभ वैभव कृष्ण और एसएसपी महाकुम्भ राजेश द्विवेदी भी घोड़ों पर सवार नजर आए.
यूपी सरकार उत्तर प्रदेश राज्य सड़क परिवहन निगम 350 शटल बसों में मुख्य स्नान पर्वों और इसके एक दिन पहले और बाद में निशुल्क यात्रा करायेगा. महाकुंभ मेले में यह यात्रा 18 दिन होगी. 13 जनवरी से 26 फरवरी के बीच यह निशुल्क बस यात्रा सेवा चलेगी. शटल बसें महाकुंभ मेला प्राधिकरण क पार्किंग स्थलों से श्रद्धालुओं को मेला क्षेत्र निशुल्क यात्रा कराएंगी.
महाकुंभ के पहले दिन पौष पूर्णिमा स्नान पर्व पर घाटों की सुरक्षा, सुविधा और स्वच्छता को सुनिश्चित करने के लिए बड़ी संख्या में गंगा सेवा दूत तैनात रहे. घाटों पर बड़ी संख्या में उपस्थित श्रद्धालुओं द्वारा पूजा अर्चना के दौरान जैसे ही पुष्प अर्पित किए जाते, ये गंगा सेवा दूत तुरंत उसे निकालकर नदी को साफ कर देते. गंगा और यमुना की स्वच्छता को बनाए रखने के लिए करीब 2000 गंगा सेवा दूतों को सभी सेक्टर्स में बने घाटों पर नियुक्त किया गया हैं.
श्रद्धालुओं की मदद के लिए स्काउट एंड गाइड के भी युवक एवं युवतियां तत्परता से तैयार नजर आए. ये युवक एवं युवतियां स्वयं सेवा के तहत घाटों पर मुस्तैदी से कार्य करते दिखे. 45 दिनों में कुल 10 हजार 200 स्काउट एंड गाइड पूरे महाकुंभ में अपनी सेवाएं देंगे. हर हफ्ते 250-250 लोग यहां पर पहुंचेंगे. उनके रहने और खाने-पीने के लिए प्रशासन की ओर से सेक्टर 6 में व्यवस्था की गई है.
#एकता_का_महाकुम्भ के साथ ही महाकुंभ को लेकर पूरे दिन कई और भी हैशटैग वायरल होते रहे. इनमें #MahaKumbh2025, #पौष पूर्णिमा, #पवित्र संगम, #प्रथम अमृत और #संगम जैसे हैशटैग शामिल रहे. इन सभी हैशटैग के माध्यम से सोशल मीडिया यूजर्स ने महाकुंभ को लेकर अपनी श्रद्धा का भाव प्रकट किया. सीएम योगी ने भी पौष पूर्णिमा पर बधाई दी.
महाकुंभ प्रयागराज के पहले स्नान पर्व पौष पूर्णिमा स्नान पर सोमवार को संगम तट पर उमड़ी भीड़ में पीएम मोदी और सीएम योगी की तस्वीरों संग सेल्फी लेने और फोटो खिंचाने की होड़ दिखाई दी. नंदी द्वार पर लगे कट आउट के साथ तस्वीरें खिंचाने और सेल्फी लेने के लिए लोगों की भीड़ जमा दिखाई दी. लाखों की भीड़ को पुलिस अफसर हर जगह कंट्रोल करते दिखाई दिए. कहीं भी अव्यवस्था नहीं दिखी.
गंगा, यमुना और अदृश्य सरस्वती के पवित्र संगम पर सोमवार को पौष पूर्णिमा के स्नान के साथ ही महाकुंभ और ‘कल्पवास’ शुरू हो गया. कल्पवासी 26 फरवरी तक 45 दिनों तक संगम किनारे रहकर तप और ध्यान करेंगे.