खस्ता हाल सड़कों से छुटकारा दिलाने प्रदेश में रोड कनेक्टिविटी को बेहतर किया जा रहा है. प्रदेश को कई बड़े एक्सप्रेसवे का तोहफा मिल चुका है. जबकि कई हाईवे का निर्माण जल्द शुरू होने जा रहा है.
इसी क्रम में किसान पथ से देवा, फतेहपुर, सीतापुर के रास्ते लखीमपुर तक हाईवे बनाने की योजना है. जिसको लेकर अच्छी खबर लोगों को मिली है. पहले चरण में बाराबंकी के देवा से सीतापुर जिले के बॉर्डर तक फोरलेन हाईवे का निर्माण पहले चरण में किया जाएगा.
इस फोर लेन हाईवे की कुल लंबाई 20 किलोमीटर होगी. पहले चरण में बनने वाले इसे देवा से होते हुए सीतापुर जिले के बॉर्डर तक बनाया जाएगा. जिसको लेकर काम भी शुरू हो गया है.
देवा के पवैयाबाद, सलारपुर से फतेहपुर के बाहर से होते हुए सीतापुर जिले की सीमा के पास मदनपुर गांव तक फोर लेन हाईवे बनेगा. इसमें दो बाईपास भी बनेंगे जो दो लेन के होंगे.
इससे लाखों लोगों का सफर आसान बनने वाला है. लखनऊ से लेकर बाराबंकी और सीतापुर के 10 लाख लोग इसका सीधा फायदा उठाएंगे. सरकार ने 649 करोड़ रुपये का बजट जारी किया है.
जानकारी के मुताबिक 20 किलोमीटर लंबे इस फोरलेन हाईवे के लिए भूमि अधिग्रहण का काम शुरू हो गया है. शासन ने इसको हरी झंडी दिखा दी है. और राजपत्र जारी किया जा चुका है.
बाराबंकी के किसान पथ से लखीमपुर जिले तक करीब 80 किलोमीटर लंबा हाईवे का निर्माण किए जाने की तैयारी है. इसको लेकर जिले के लोग लंबे समय से मांग कर रहे थे, जो अब पूरा होता नजर आ रहा है.
देवा से मदनपुर तक बनने वाले हाईवे में काजीपुर, मदनपुर, दशरथपुर, डडियामऊ, इसरौली, कटघरा, चक कलवरिया, बसारा, सरैंया मकबूलनगर, कुतुलूपुर, फतेहपुर खास, ब्रम्हनी टोला, सलारपुर, पवैय्याबाद, कोटवाकला, ढिढोरा गांव की जमीन का अधिग्रहण किया जाएगा.
करीब 80 हेक्टेयर जमीन का अधिग्रहण किया जाएगा. जिसका मुआवजा किसानों को मिलेगा. इसके लिए 910 गाटा संख्या चिंहित की गई हैं. 500 से ज्यादा किसानों के साथ सरकारी जमीनें भी इसमें शामिल हैं. अधिसूचना जारी की जा चुकी है और किसानों से आपत्ति मांगने का काम शुरू हो गया है.
लेख में दी गई ये जानकारी सामान्य स्रोतों से इकट्ठा की गई है. इसकी प्रामाणिकता की जिम्मेदारी हमारी नहीं है.एआई के काल्पनिक चित्रण का जी यूपीयूके हूबहू समान होने का दावा या पुष्टि नहीं करता.