जल्द ही एक नया लखनऊ नजर आने वाला है. ग्रीन कॉरिडोर के निर्माण से आईआईएम रोड, निशांत गंज, वृंदावन योजना सेक्टर 15 आईटी सिटी समेत कई इलाकों विकास को पंख लग जाएंगे.
लखनऊ में ग्रीन कॉरिडोर परियोजना के दूसरे चरण का कार्य तेज़ी से आगे बढ़ रहा है. इसके पूरा होने पर आईआईएम रोड से समतामूलक चौराहे तक वाहन बिना किसी रुकावट के तेजी से गुजर सकेंगे.
आवास आयुक्त ने ग्रीन कॉरिडोर का निरीक्षण कर निर्माण कार्यों की समीक्षा की. कार्य की प्रगति संतोषजनक पाई गई, जिस पर उन्होंने एलडीए अधिकारियों की सराहना की.
पहले चरण में आईआईएम रोड से पक्का पुल तक बंधा चौड़ीकरण, 4-लेन सड़क और गऊ घाट ब्रिज का निर्माण पूरा हो चुका है. इससे इस मार्ग पर ट्रैफिक का प्रवाह बेहतर हुआ है.
पक्का पुल से डालीगंज तक 1.8 किलोमीटर लंबे फ्लाईओवर का निर्माण 210 करोड़ रुपये की लागत से किया जा रहा है. इसका लगभग 30% काम पूरा हो चुका है, जिससे शहरवासियों को बेहतर कनेक्टिविटी मिलेगी.
हनुमान सेतु पर 27 करोड़ रुपये की लागत से 240 मीटर लंबे 2-लेन ब्रिज का निर्माण 50% पूरा हो चुका है. इससे ट्रैफिक जाम की समस्या कम होगी और आवागमन आसान बनेगा.
निशातगंज में 49 करोड़ रुपये की लागत से 210 मीटर लंबे 4-लेन ब्रिज का निर्माण कार्य जारी है. इसका 65% काम पूरा हो गया है, जिससे यातायात में और सुधार आएगा.
कुकरैल नदी पर 50 करोड़ रुपये की लागत से 240 मीटर लंबे 4-लेन ब्रिज का 60% निर्माण कार्य पूरा हो चुका है. वहीं, कुकरैल पुल से बैकुंठ धाम तक 330 मीटर लंबे 4-लेन ब्रिज के निर्माण के लिए टेंडर जारी कर दिया गया है.
आवास आयुक्त ने अधिकारियों को निर्देश दिया कि सभी निर्माण कार्यों को तय समय में पूरा किया जाए. इससे शहरवासियों को जल्द ही इन नए मार्गों का लाभ मिल सकेगा.
लखनऊ के वृंदावन योजना सेक्टर-15 में आईटी सिटी के विस्तार पर भी काम किया जा रहा है. यह क्षेत्र भविष्य में तकनीकी और व्यावसायिक केंद्र के रूप में विकसित किया जाएगा.
आवास आयुक्त ने विकास कार्यों की गुणवत्ता बनाए रखने और समय पर पूरा करने के निर्देश दिए. साथ ही, अधिकारियों से भविष्य की योजनाओं और इंफ्रास्ट्रक्चर विस्तार पर विस्तृत चर्चा की गई.