Premanand Maharaj Darshan Time: वृंदावन के प्रसिद्ध संत प्रेमानंद जी महाराज रात को पदयात्रा करते हुए नहीं दिखाई देंगे. गुरुवार को रोजाना रात दो बजे होने वाली पदयात्रा को अचानकर बंद करने का ऐलान किया गया है. आश्रम की ओर से पदयात्रा को बंद करने की वजह प्रेमानंद महाराज जी का स्वास्थ्य बताया गया है.
वृंदावन के प्रसिद्ध संत प्रेमानंद जी महाराज भक्तों को आध्यात्मिक और सद्मार्ग पर चलने की सीख देते हैं. उनके भक्ति और सही मार्ग पर चलने के वीडियो सोशल मीडिया पर छाए रहते हैं. इनको खूब देखा-सुना जाता है. वृंदावन में भी उनके आश्रम पर बड़ी संख्या में भक्त पहुंचते हैं.
प्रेमानन्द महाराज रोजाना रात दो बजे अपने छटीकरा मार्ग पर श्री कृष्ण शरणम पर निवास से परिक्रमा मार्ग पर बने श्री हित राधा केली कुंज आश्रम पैदल चलते हुए जाते हैं.
प्रेमानंद महाराज के दर्शन के लिए बड़ी संख्या में भक्त इक्ट्ठा होते हैं. इस मार्ग पर यात्रा से पहले ही श्रद्धालुओं का रेला जमा हो जाता है. श्रद्धालुओं की भीड़ इतनी होती है कि पदयात्रा मार्ग के दोनों ओर रस्सी की बैरिकेडिंग करनी पड़ती है.
लेकिन गुरुवार को प्रेमानंद महाराज की पदयात्रा को बंद करने का अचानक ऐलान किया जाता है. जानकारी के मुताबिक महाराज का स्वास्थ्य ठीक नहीं है. जिसकी वजह से यह फैसला किया गया है. लेकिन पदयात्रा को बंद करने के पीछे एक और वजह बताई जा रही है.
बताया जा रहा है कि स्थानीय लोगों को होने वाली दिक्कतें भी पदयात्रा को बंद करने की वजह हो सकती है. पदयात्रा के दौरान प्रेमानंद महाराज के स्वागत में लोग ढोल-नगाड़े और म्यूजिक सिस्टम आने से पहले ही बजाना शुरू कर देते हैं.
रोजाना रात में इस तरह से शोर होने की वजह से स्थानीय लोगों को परेशानी हो रही थी. एनआरआई ग्रीन्स सोसाइटी ने इसको लेकर विरोध जताया था.
एनआईआई ग्रीन सोसाइटी की महिलाओं ने हाथ में तख्तियां लेकर विरोध प्रदर्शन किया था. महिलाओं का कहना था कि ज्यादा शोर के चलते सोना मुश्किल होता है. इससे पूरा दिन खराब होता है और नौकरीपेशा लोगों को काम पर जाने में देरी होती है.
इसके बाद आश्रम की ओर से गुरुवार को पदयात्रा बंद करने की जानकारी दी गई. हालांकि इसमें प्रेमानंद महाराज के स्वास्थ्य और बढ़ती भीड़ को वजह बताया गया है.
केलीकुंज आश्रम के लोगों का कहना है कि महाराज जी की पदयात्रा में किसी को नहीं बुलाया जाता है. इसके अलावा तेज आवाज में भजन कीर्तन करने से भी मना किया जाता है.
प्रेमानंद महाराज के दर्शन के लिए आपको वृंदावन जाना होगा. यहां वृन्दावन परिक्रमा मार्ग पर भक्ति वेदांत हॉस्पिटल के ठीक सामने प्रेमानंद जी महाराज का आश्रम "श्री हित राधा केली कुंज" स्थित है. प्रेमानंद महाराज से मिलने के लिए एक दिन पहले सुबह 9.30 बजे रजिस्ट्रेशन कराना होता है. जहां आपको सत्संग,कीर्तन, एकांत वार्तालाप और दर्शन के बारे में अधिक डिटेल मिल जाएगी. पंजीकरण के बाद आप एकांतिक वार्ता, एकांतिक दर्शन, कीर्तन और सत्संग में महाराज जी से मिल सकते हैं.