देश-विदेश के पर्यटकों और श्रद्धालुओं के लिए अयोध्या को आकर्षण के केंद्र के रूप में स्थापित करने की दिशा में श्री निलयम पंचवटी द्वीप प्रॉजेक्ट लॉन्च किया गया है.
यहां आने वाले पर्यटकों को प्रभु राम के जीवन चरित्र से जुड़े प्रसंगों की जानकारी दी जाएगी, साथ ही त्रेता युगीन व्यवस्था का अनुभव और आभास कराने का प्रयास होगा.
श्री निलयम पंचवटी द्वीप प्रॉजेक्ट के प्रभारी राज मेहता के मुताबिक द्वीप के निर्माण पर करीब 100 करोड़ रुपये का खर्च आएगा, इसे गुप्तारघाट पर बसाया जा रहा है.
सरकार के सहयोग से बनाए जा रहे इस द्वीप पर पर्यटकों के जानने और अनुभव के लिए काफी कुछ है वे कई दिनों तक यहां ठहर कर रामकथा से जुडे प्रसंगों का आनंद ले सकेंगे.
2019 में राष्ट्रीय गंगा परिषद की बैठक में पीएम मोदी ने नदियों पर आश्रित लोगों को रोजगार के नए अवसर और उनके जीवन स्तर को उठाने की बात कही थी. इसी संदेश से प्रेरित होकर इस द्वीप की सरंचना की जा रही.
निलयम द्वीप में जैविक खेती, रिसाइकिल प्लांट, औषधीय पौधों से जीविका के साधन, योग से निरोग की अवधारणा को साकार करना, स्थानीय परंपरागत उद्योग को बढ़ावा देना आदि शामिल है.
निलयम द्वीप में प्रभु राम के जीवन प्रसंगों का चित्रों, मूर्तियों, ऑडियो विजुअल तकनीक से प्रस्तुतीकरण किया जायेगा. साथ ही सांस्कृतिक कार्यक्रम और नौकायन का इंतजाम होगा.
यहां कल्पवास और वैदिक गांव की अनुभूति कराती ऋषियों-मुनियों के नामों से बनी 108 पर्ण कुटी के अलावा मैजिक-शो, घुड़सवारी, ऊंट की सवारी, तीरंदाजी के साथ ही, हस्तरेखा और ज्योतिष शास्त्र विशेषज्ञ मिलेंगे.
श्री निलयम द्वीप में आने वालों को आध्यात्मिक अनुभव, सांस्कृतिक कार्यक्रम और हल्के फुल्के मनोरंजन के अलावा शुद्ध स्वादिष्ट शाकाहारी भोजन प्रसाद और शुद्ध गाय के घी से बने व्यंजन मिलेंगे.
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